39th anniversary of Operation Bluestar

Operation Blue Star: ऑपरेशन ब्लूस्टार की 39वीं बरसी आज, स्वर्ण मंदिर में गूंजे खालिस्तानी नारे, लोगों के हाथों में दिखें भिंडरावाले के पोस्टर…

39th anniversary of Operation Bluestar प्रदर्शनकारी मारे गए अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर ले जा रहे थे।

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Modified Date: June 6, 2023 / 12:18 PM IST
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Published Date: June 6, 2023 12:17 pm IST

39th anniversary of Operation Bluestar : पंजाब। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39 वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में कुछ लोगों द्वारा खालिस्तान समर्थक नारे लगाए गए। प्रदर्शनकारी मारे गए अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर ले जा रहे थे। भिंडरावाले कट्टरपंथी सिख संगठन दमदमी टकसाल का प्रमुख था। जून 1984 में स्वर्ण मंदिर परिसर से उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान वह अपने सशस्त्र अनुयायियों के साथ मारा गया था।

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शहर में बढ़ा दी गई सुरक्षा

इससे पहले आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और शहर भर में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। डीसीपी (कानून व्यवस्था) परमिंदर सिंह भंडाल ने कहा कि सादी वर्दी में पुलिस भी तैनात की गई है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर को सील कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अर्पित शुक्ला ने उल्लेख किया था कि पूरे पंजाब में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों को भी तैनात किया गया है। “मैं लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

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इंदिरा गांधी के आदेश पर चलाया गया था ऑपरेशन ब्लू स्टार

39th anniversary of Operation Bluestar : 6 जून, 1984 उस दिन को चिन्हित करता है जब पंजाब में जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में सिख उग्रवाद को रोकने के लिए तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर ऑपरेशन ब्लू स्टार के तहत भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर में धावा बोल दिया था। बताया गया कि भिंडरावाले ने स्वर्ण मंदिर परिसर में बड़ी मात्रा में हथियार जमा किए थे। ऑपरेशन की भारी आलोचना हुई थी। महीनों बाद, इंदिरा गांधी की उनके दो सिख अंगरक्षकों ने 31 अक्टूबर, 1984 को उनके नई दिल्ली आवास पर हत्या कर दी थी।

 

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