दक्षिण भारतीय व्यंजन भारत के सबसे लोकप्रिय देसी व्यंजनों में से एक है, अगर आपने साउथ इंडियन फूड को टेस्ट किया है, तो इस बात का अंदाजा आपको खुद होगा कि यहांं के खाने के चर्चे पूरी दुनिया में क्यों है। अगर आप दक्षिण भारत घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो एक और चीज है जिसे आपको बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए और वो है यहां का टेस्टी खाना। आइए जानतें है यहां मशहूर डिस के बारे में।
मसाला डोसा: मसाला डोसा के रूप में जाना जाने वाला एक पारंपरिक दक्षिणी भारतीय व्यंजन पूरे देश में लोकप्रिय है, जिसे भीगे हुए चावल और दाल के घोल से बनाया जाता है। घोल को पैन में पैनकेक की तरह डालते हैं और फिर उसे डोसा का आकार दिया जाता है। डोसा आलू, प्याज और तेल के साथ तैयार किया जाता है। पकवान को अक्सर कसा हुआ नारियल और कटा हरा धनिया से सजाया जाता है। डोसा की इतनी लोकप्रियता है कि अब इसे कई तरह के वर्जन में बनाया जाता है जैसे सूर मसाला डोसा, रवा मसाला डोसा, प्याज मसाला डोसा, पेपर मसाला डोसा आदि। इसे आप ब्रेकफास्ट, लंच या डिनर किसी भी टाइम पर खा सकते हैं।
इडली सांभर : एक बार नाश्ते में इडली खाकर तो देखिए आप सब अंडे और ब्रेड का मजा भूल जाएंगे। इडली चावलों और काली दाल के साथ बनाई जाती है। वैसे आप सूजी के घोल से बनी इडली भी टेस्ट कर सकते हैं। अगर आप भी घर में इडली ट्राई कर रहे हैं, तो आपको बता दें इसे इडली के बर्तन में तैयार किया जाता है, उसमें छोटे-छोटे खांचे होते हैं, जिनमें घोल डाला जाता है और कुछ मिनट तक स्टीम के लिए रख दिया जाता है। इडली सांभर और नारियल चटनी के साथ खाई जाती है।
हैदराबादी बिरयानी: हैदराबादी बिरयानी एक दक्षिण भारतीय व्यंजन है जिसमें बासमती चावल, मटन, या चिकन, नींबू, दही, प्याज और केसर शामिल होता है। पकवान की दो मुख्य किस्में हैं - कच्ची और पक्की। ऐसा कहा जाता है कि हैदराबादी बिरयानी का इतना टेस्टी स्वाद कच्चे चावल और कच्चे मीट को मसालों के साथ पकाने की अनूठी प्रक्रिया की वजह से आता है। माना जाता है कि खास खाना पकाने का ये स्टाइल भारत में मुगलों के शासन के दौरान पर्सिया से आया था।
पोंगल: पोंगलएक मीठा चावल का व्यंजन है जिसे आमतौर पर श्रीलंका में सेप्शल या ओकेजनल अवसरों के दौरान खाया जाता है। इसे आमतौर पर मिट्टी के बर्तन में खुली आग पर पकाया जाता है। दूध और पानी को पहले उबाला जाता है, और तमिल मान्यताओं के अनुसार, अगर तरल बर्तन के ऊपर गिर जाता है तो यह परिवार में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। पोंगल की तैयारी एक फैमिली अफेयर है जिसमें प्रत्येक सदस्य औपचारिक रूप से बर्तन में एक मुट्ठी चावल डालता है। इसके बाद, बचे हुए चावल को मूंग की फलियों, गन्ने की चीनी और पिसे हुए काजू के साथ पकवान में मिलाया जाता है। पोंगल को केले के पत्तों पर परोसा जाता है, और इसे खाने से पहले पूरा परिवार सूर्य देव से प्रार्थना करता है।
पुट्टू और कडाला करी: दक्षिण भारत के प्रसिद्ध शाकाहारी व्यंजन में से एक पुट्टु और कडाला करी केरल का ट्रेडिशनल खाना है। पुट्टु एक उबला हुआ चावल का केक होता है, जिसे नारियल के छिलके के साथ पकाया जाता है और आम तौर पर कडाला करी के साथ परोसा जाता है। इसे आप जिस भी तरीके से खा लें, इसका स्वाद हर तरह से बेहद स्वादिष्ट लगता है। पुट्टु और कडाला करी केरल का एक बेहद लोकप्रिय नाश्ता भी है।
बीसी बेले भात: बीसी बेले भात दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक का ट्रेडिशनल और पसंदीदा खाना है। उबले हुए चावलों को तूर दाल, सब्जियों और मसालों के साथ पकाकर तैयार की जाने वाली बीसी बेल भात खिचड़ी का एक रूप है। तैयार होने के बाद इसे बूंदी, रायता, चटनी, सलाद, पापड़ या आलू/केले के चिप्स के साथ स्वाद बनाने के लिए परोसा जाता है।
मेडु वडा: वीर सांघवी के अनुसार, मेदु वड़ा की उत्पत्ति "कुछ निश्चितता" के साथ वर्तमान कर्नाटक के मद्दूर शहर में देखी जा सकती है। कन्नड़ में 'मडु वडा' का मतलब होता है 'नरम'। ये वडा आमतौर पर अंदर से नरम होता है और बाहर खस्ता होता है। इसे भी नारियल की चटनी और सांभर के साथ खाया जाता है।
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