Mother Video of Neeraj Chopra and Arshad Nadeem : पेरिस। भारत की स्वर्ण पदक की सबसे बड़ी उम्मीद गत चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक की भालाफेंक स्पर्धा में 89.45 के सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम को स्वर्ण पदक मिला। नीरज चोपड़ा के सिल्वर मेडल जीतने के बाद पीएम मोदी ने उनसे बात कर बधाई दी तो वहीं देश के खिलाड़ियों और राजनेताओं ने भी नीरज चोपड़ा को शुभकामनाएं दी।
Mother Video of Neeraj Chopra and Arshad Nadeem : वहीं इस खुशी के मौके पर नीरज की मां ने अपने बेटे और अरशद नदीम को भी बधाई दी। अपने बेटे के रजत पदक से खुश नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी ने पेरिस में गत चैंपियन भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी को हराकर ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ने वाले पाकिस्तान के अरशद नदीम के लिए भी खुशी व्यक्त की और कहा कि वह भी उनके ‘बच्चा’ जैसा है। नदीम ने गुरुवार की रात 92.97 मीटर के रिकॉर्ड ओलंपिक प्रयास से स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि नीरज ने सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.45 मीटर के साथ रजत पदक जीता।नीरज लगातार दो ओलंपिक व्यक्तिगत स्पर्धा का पदक जीतने वाले तीसरे और ट्रैक एवं फील्ड के पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए।
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान मुल्क से अरशद नदीम की मां ने नीजर चोपड़ा को शुभकामनाएं दी और कहा कि नीरज मेरे बेटे जैसा ही है। नदीम और नीरज दोनों दोस्त और भाई जैसे हैं। जैसे मैं अपने बेटे के लिए खुश हूं वैसे ही नीरज के लिए भी खुश हूं। खेल में हार जीत होती रहती हैं लेकिन नीरज और नदीम में कोई अंतर नहीं है। दोनों ही पूरी दुनिया में नाम रोशन करें और हमेशा अच्छा खेलें।
“If mothers ran the world, there would be no hate, no wars. #ArshadNadeem‘s mother: ‘Neeraj Chopra is like a son to me. I prayed for him too.’ (courtesy indyurdu) #NeerajChopra‘s mother: ‘We’re happy with silver. The one who won gold (Arshad Nadeem) is also my child.'”… pic.twitter.com/hCHGGZ6c30
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) August 9, 2024
बता दें कि नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा जिसमें उन्होंने 89 . 45 मीटर फेंका। इसके अलावा उनके पांचों प्रयास फाउल रहे। वहीं नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92 . 97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91 . 79 मीटर का लगाया। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है । ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स तीसरे स्थान पर रहे।