शेटराउ /पेरिस : Manu Bhaker in Paris Olympics पेरिस ओलंपिक का आठवां दिन भारत के लिये मायूसी भरा रहा जब निशानेबाजी की ‘मिरेकल गर्ल’ मनु भाकर पदकों की हैट्रिक लगाने से मामूली अंतर से चूक गई, दीपिका कुमारी और भजन कौर की हार के साथ तीरंदाजी में भारत का अभियान पदक के बिना खत्म हो गया और मुक्केबाज निशांत देव क्वार्टर फाइनल में हार गए । भारत के लिये शुक्रवार का दिन अप्रतिम सफलता से भरा रहा था जब बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने पुरूष एकल सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा। वहीं भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में 52 साल बाद आस्ट्रेलिया को हराकर तोक्यो के कांस्य के बाद पेरिस में बेहतर रंग के पदक की उम्मीद जगाई। स्पर्धा के आठवें दिन शनिवार को हालांकि भारत की अधिक स्पर्धाये नहीं थी । सभी की नजरें मनु भाकर और महिला तीरंदाजों पर ही थी लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। वहीं मुक्केबाजी में निशांत देव पुरूषों के 71 किलो वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए।
Manu Bhaker in Paris Olympics ओलंपिक में पदकों की हैट्रिक लगाने का मनु भाकर का सपना 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में कांस्य पदक के लिए हंगरी की खिलाड़ी से शूट ऑफ में पिछड़ने के बाद पूरा नहीं हो सका। आठ निशानेबाजों के करीबी फाइनल में मनु ने अपना सब कुछ झोंक दिया और कुछ समय के लिए शीर्ष स्थान पर भी रही लेकिन अपनी निरंतरता बरकरार नहीं रख सकीं। इस 22 साल की खिलाड़ी ने हालांकि महिला 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर दो कांस्य पदक जीत कर पहले ही इतिहास रच दिया है। वह एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय है। मनु पांच-पांच निशाने के 10 सीरीज के फाइनल में शुरुआती आठ सीरीज के बाद 28 अंक के साथ हंगरी की वेरोनिका मेजर के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थी। इसके बाद शूट ऑफ में मनु पांच में से तीन निशाने ही लगा सकी जबकि मेजर ने चार सटीक निशाने के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। वह करीबी अंतर से कांस्य पदक से चूक कर जयदीप करमाकर (पुरुषों की 50 मीटर राइफल प्रोन, 2012 लंदन), अभिनव बिंद्रा (पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल, 2016 रियो) और अर्जुन बबूता (10 मीटर एयर राइफल, 2024 पेरिस ओलंपिक) जैसे निशानेबाजों की सूची में शामिल हो गयी।
भारतीय निशानेबाज महेश्वरी चौहान महिला स्कीट स्पर्धा के क्वालीफिकेशन के पहले दिन आठवें स्थान के साथ फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बनी हुई हैं जबकि अनंतजीत सिंह नरूका लगातार दूसरे दिन खराब प्रदर्शन के बाद पुरुष स्कीट स्पर्धा से बाहर हो गए। महेश्वरी 25-25 शॉट की तीन सीरीज में 23, 24 और 24 अंक से कुल 71 अंक बनाकर पहले दिन के क्वालीफिकेशन दौर के बाद आठवें पायदान पर हैं और शीर्ष छह निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाने की दौड़ में बनी हुई हैं। महेश्वरी ने पहली सीरीज में दो निशाने चूके लेकिन अगली दो सीरीज में सिर्फ एक-एक निशाना चूककर वापसी की। इस स्पर्धा में हिस्सा ले रही एक अन्य भारतीय रेजा ढिल्लों 21, 22 और 23 अंक से 66 अंक जुटाकर 29 निशानेबाजों के बीच 25वें स्थान पर चल रही हैं और उनकी फाइनल में जगह बनाने की संभावना बेहद कम हैं। पांच सीरीज के क्वालीफिकेशन की अंतिम दो सीरीज रविवार को होंगी।
अपना चौथा ओलंपिक खेल रही दीपिका कुमारी को दो बार बढ़त बनाने के बावजूद तीरंदाजी की महिला एकल स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया की नैम सुहियोन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जबकि युवा भजन कौर भी प्री क्वार्टर फाइनल में हार गईं जिससे ओलंपिक में तीरंदाजी पदक का भारत का 36 साल का इंतजार जारी रहा। भारत की 23वीं वरीय दीपिका ने अंतिम आठ के मुकाबले में मौजूदा खेलों की महिला टीम स्पर्धा की स्वर्ण पदक विजेता और दूसरी वरीय सुहियोन के खिलाफ 4-2 की बढ़त बना रखी थी लेकिन अंतत: 4-6 (28-26, 25-28, 29-28, 27-29, 27-29 ) से हार गई जिससे तीरंदाजी में एक बार फिर भारत का अभियान पदक के बिना ही खत्म हो गया। दीपिका ने इससे पहले प्री क्वार्टर फाइनल में जर्मनी की सातवीं वरीय मिशेल क्रोपेन को 6-4 (27-24, 27-27, 26-25, 27-27) से शिकस्त दी। भजन को हालांकि प्री क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया की डायनंदा चोइरुनिसा के खिलाफ शूट ऑफ में 8-9 से हार का सामना करना पड़ा। पांच सेट के बाद मुकाबला 5-5 से बराबर था। इंडोनेशिया की खिलाड़ी ने शूट ऑफ में नौ अंक जुटाए जबकि भजन आठ अंक पर ही निशाना साध सकी और चोइरुनिसा ने मुकाबला 6-5 से जीत लिया।
पहले दो बाउट में बढत बनाने के बावजूद भारतीय मुक्केबाज निशांत देव पुरूषों के 71 किलोवर्ग के क्वार्टर फाइनल में मैक्सिको के मार्को वेरडे से हारकर बाहर हो गए। वेल्टरवेट के इस मुकाबले में विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता निशांत ने अच्छी शुरूआत की लेकिन बंटे हुए फैसले के आधार पर उन्हें 1 . 4 से पराजय का सामना करना पड़ा। उन्हें पदक पक्का करने के लिये यह मुकाबला जीतना था । अब पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाजी में भारत की चुनौती तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन के रूप में ही बची है जो महिलाओं के 75 किलो वर्ग में चीन की लि कियान से रविवार को खेलेंगी ।
भारत की नेत्रा कुमानन के लिये ओलंपिक खेलों की पाल नौकायन स्पर्धा में यह दिन कठिन रहा जो छठी रेस के बाद महिलाओं की पाल नौकायन डिगी स्पर्धा में 24वें स्थान पर खिसक गई । वह शुक्रवार को तीन रेस के बाद 11वें स्थान पर थी। चौथी रेस के बाद वह 19वें, पांचवीं के बाद 25वें और छठी के बाद 24वें स्थान पर रही ।वहीं पुरूष वर्ग में विष्णु सरवनन छठी रेस के बाद 23वें स्थान पर हैं। भारत के 25 वर्ष के विष्णु चौथी रेस के बाद 22वें, सातवीं और आठवीं रेस के बाद 23वें स्थान पर रहे। दोनों स्पर्धाओं में चार रेस और बाकी हैं जबकि सातवीं और आठवीं रेस रविवार को और बाकी दो रेस सोमवार को होगी। पहली सीरिज से शीर्ष दस नावें मंगलवार को होने वाले फाइनल में जगह बनायेंगी।