ग्वालियर। कोरोना की वैक्सीन भले ही आ गई, लेकिन सरकारी सिस्टम का संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। वैक्सीनेशन में लापरवाही का एक बड़ा मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले से सामने आया। वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में ग्वालियर के एक सेंटर पर 940 फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाना था, लेकिन इन सभी के नाम के आगे एक ही मोबाइल नंबर (9977461031) लिखा था। इसका नतीजा यह हुआ न तो किसी के पास मैसेज पहुंचा और न ही वेरिफिकेशन हो पाया।
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दरअसल यह मामला ग्वालियर के जयारोग्य हॉस्पिटल सेंटर का है। इस सेंटर के 7 बूथों पर दिन भर में एक भी फ्रंटलाइन वर्कर को टीका नहीं लग सका। 10 लोग पहुंचे भी थे, लेकिन रिकॉर्ड में उनका नंबर नहीं मिल पाने की वजह से वेरिफिकेशन नहीं हो पाया। जिसका नंबर लिखा, उसका वैक्सीनेशन में नाम तक नहीं था। जयारोग्य हॉस्पिटल पहुंची नगर निगम कर्मचारियों की लिस्ट में सभी नामों के सामने जो नंबर (9977461031) है, वह नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के बाबू राजेश सक्सेना का है।
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इस मामले में प्रभारी सीएमचओ बिंदु सिंघल का कहना है कि लिस्ट भोपाल से मिलती है, लेकिन यह लिस्ट ग्वालियर नगर निगम से ही किसी ने बनाकर भोपाल भेजी होगी। लापरवाही तो हुई है, लेकिन अब देखना है कि किस स्तर पर हुई है। इसकी जांच कराई जा रही है। अभी तो प्रायरिटी यह है कि तुरंत नई लिस्ट निकाली जाए, ताकि फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लग सकें।
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