दुर्ग,छत्तीसगढ़। रोजमर्रा के जीवन में साइकिल के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से विश्वभर में 3 जून यानी आज वर्ल्ड बाइसिकल डे मनाया जा रहा है। लेकिन तेजी बदलती टेक्नोलॉजी और फास्टेस्ट लाइफ स्टाइल के बाद भी छत्तीसगढ़ में कुछ ऐसे जुनूनी है जो सायकल को आज भी अपनी दिनचर्या में शामिल करते है यही नही उनके ऊपर लंबी दूरी तक सायकल चलाने का जुनून सवार है। दुर्ग के डीएफओ धम्मशील गनवीर भी इन्ही लोगों में शामिल हैं जो सायकल में ही पेट्रोलिंग में निकल पड़ते हैं। गनवीर ने एक ही समय में सायकल से ही 400 किलोमीटर की दूरी भी तय की है।
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बचपन में जब छोटे छोटे पैरों से साइकिल की पैडल को हम घूमाते हैं तब हमें तेजी से आगे बढ़ने का एहसास होता है। सायकल सीखने का मजा ही कुछ और होता था लेकिन आज की तेजी से भागदौड़ भरी जिंदगी में हम टेक्नोलॉजी के गुलाम बनते जा रहें हैं। आज विश्व सायकल दिवस है , जिसे विश्व में साइकिल की उपयोगिता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है संसाधनों की कमी और तेजी से बढ़ते पेट्रोल के दाम आज लोगों के जेब पर असर डाल रहा है।
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परिवहन के लिए पेट्रोल डीजल आवश्यक है लेकिन सीमित मात्रा में इसका उपयोग भी किया जाना चाहिए जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहे, प्रदूषण में कमी हो और जीवाश्म ईंधन के भंडार बचे रहे। वर्ल्ड साइकिल डे के मौके पर हम आपको दुर्ग जिले के एक ऐसे अधिकारी से मिलाने जा रहे हैं जो स्वयं वन विभाग से जुड़े हैं।
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एक आईएएफएस होने के नाते उन्होंने वनों को संरक्षित रखने का जिम्मा तो उठाया ही है। तो वहीं पर्यावरण प्रदूषण से बचाने स्वयं साइकिलिंग करने का भी संदेश दे रहे हैं। दुर्ग जिले के डीएफओ धम्मशील गणवीर को सायकल चलाने का जुनून सवार है। वो रोज सुबह 20 किलोमीटर तक सायकल चलाकर अपने दिन की शुरुआत करते है। धम्मशील गणवीर ब्रेवेस्ट डे रैंडोनर्स मोंडायऑक्स के इवेंट में 32 घण्टें में 400 किलोमीटर की दूरी तय कर लंबी दूरी के साइकलिंग का रिकॉर्ड भी बना चुके है। उसी तरह नेशनल फारेस्ट स्पोर्ट मीट के 50 किलोमीटर सायकल प्रयोगिता में फर्स्ट विनर रहे। वहीं सायकल से ही अपने जिले के पेट्रोलिंग पर निकल पड़ते है।
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दुर्ग जिले में आने के बाद पाटन के एक इमारती लकड़ी के व्यापारी के गोदाम में छापामार कार्रवाई की थी जब अधिकारियों को सुबह इसकी जानकारी मिली कि स्वयं डीएफओ साइकिल से 45 किलोमीटर दूर पाटन पहुंचकर यह कार्रवाई कर रहे हैं तब उनके होश उड़ गए थे । जिला वन अधिकारी धम्मशील गनवीर का कहना है की हमें रोजमर्रा के साधनों में साइकिल को इस्तेमाल करना चाहिए जिसे हमारा स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा व आर्थिक स्थिति पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा साथ ही ध्वनि और वायु प्रदूषण से भी निजात मिलेगी।