रायगढ़ । कोरोना की वजह से लाक डाउन के चलते जिले में बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन का काम अटका हुआ है। दसवीं और बारहवीं बोर्ड की तकरीबन 2 लाख दस हजार कापियां जिले के कंट्रोल रुम में अटकी हुई हैं। मूल्यांकन कर्ताओं के नहीं आने के कारण शिक्षा विभाग अब उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर पशोपेश में हैं। ऐसे में अब उत्तरपुस्तिकाओं को मूल्यांकनकर्ता शिक्षकों के घर घर वितरित कर मूल्यांकन कराने की तैयारी की जा रही है।
यह भी पढ़ें- मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपील, शब-ए-बारात पर घर से बाहर नहीं निकलें, ज…
1 रायगढ़ जिले में बोर्ड परीक्षाओँ की कापियों के मूल्यांकन के लिए दो सेंटर बनाए गए हैं। इन सेंटरों में तकरीबन 2 लाख दस हजार कापियों की जांच पहले चरण में होनी थी। मूल्यांकन के लिए 4 सौ शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन इसी बीच लाक डाउन शुरु होने के कारण अब कापियों का मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है। आलम ये है कि वेल्युअर कंट्रोल रुम नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसकी वजह से कापियों की जांच तक नहीं हो पा रही है। जिले के पुत्री शाला और नटवर स्कूल में बने मूल्यांकन केंद्र में 2 लाख 10 हजार कापियां जाम पड़ी हुई हैं।
यह भी पढ़ें- आतंकवादियों से मुठभेड़ में कोंडागांव का जवान शहीद, जम्मू -कश्मीर म…
उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन समय पर नहीं हुआ तो बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे भी प्रभावित होंगे। लिहाजा शिक्षा विभाग अब वर्क फ्राम होम की तर्ज पर मूल्यांकनकर्ताओं को घर पर ही उत्तरपुस्तिकाएं उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए केंद्र प्रभारी ने शिक्षा विभाग को पत्र भी लिखा है। अधिकारियों का कहना है कि जिले के सभी ब्लाक मुख्यालयों में बने कंट्रोल रुम में उत्तरपुस्तिकाओं का बंडल भेजा जाएगा। इन्हें बीईओ के माध्यम से शिक्षकों को वितरित कर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने की तैयारी की जा रही है। अधिकारियों का ये भी कहना है कि लाक डाउन की वजह से इस बार दसवीं और बारहवीं दोनों ही परीक्षाओं के नतीजों में काफी देर होने की संभावना है।