कृषि कानून पर सरकार से बातचीत के लिए राजी हुए किसान, 29 दिसंबर को चर्चा के लिए दिया प्रस्ताव | We propose to hold another round of talks with the Centre at 11 am on 29th December

कृषि कानून पर सरकार से बातचीत के लिए राजी हुए किसान, 29 दिसंबर को चर्चा के लिए दिया प्रस्ताव

कृषि कानून पर सरकार से बातचीत के लिए राजी हुए किसान, 29 दिसंबर को चर्चा के लिए दिया प्रस्ताव

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 PM IST
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Published Date: December 26, 2020 12:35 pm IST

नई दिल्लीः मोदी सरकार के कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि किसानों ने सरकार को चर्चा के प्रस्ताव दिया है। किसानों ने बैठक के लिए 29 दिसंबर 2020 को सुबह 11 बजे का समय तय किया है। ज्ञात हो कि सरकार ने किसानों को बीते दिनों बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया था।

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इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वाराज इंडिया के किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि हम संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सभी संगठनों से बातचीत कर ये प्रस्ताव रख रहे हैं कि किसानों के प्रतिनिधियों और भारत सरकार के बीच अगली बैठक 29 दिसंबर 2020 को सुबह 11 बजे आयोजित की जाए। बैठक का एजेंडा ये हो और इस क्रम में हो- तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए अपनाई जाने वाली क्रियाविधि, सभी किसानों और कृषि वस्तुओं के लिए स्वामीनाथन कमीशन द्वारा सुझाए लाभदायक एमएसपी पर खरीद की कानूनी गांरटी देने की प्रक्रिया और प्रावधान।

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बता दें कि पंजाब, हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान पिछले 1 महीने से दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। हालांकि सरकार और किसानों के बीच अब तक तीन बैठकें हो चुकी है, लेकिन सभी बेनतीजा रहे हैं।

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वहीं, क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने कहा है कि पंजाब और हरियाणा में टोल प्लाजा स्थाई रूप से खुले रहेंगे। 30 दिसंबर को हम सिंघू सीमा से एक ट्रैक्टर मार्च का आयोजन करेंगे।

 
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