दंतेवाडा: छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्र बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में नक्सल प्रभावित गांव पोटाली में सीएएफ कैंप लगाया गया था। लेकिन कैप विस्थापित होने से पहले ही यहां के जवानों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पोटाली और नकुलनार में कैंप लगाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने मंगलवार को मोर्चा खोल दिया है। जवानों के खिलाफ हजारों की संख्या में बच्चे-बुढ़े और महिलाएं कैंप का घेराव करने पहुंची थी।
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मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर एसपी और कलेक्टर भी इस कैंप का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान अफसरों ने ग्रामीणों से मुलाकात कर उन्हें कैंप लगाने के फायदे भी बताए। लेकिन जैसे ही कलेक्टर और एसपी कैंप से निकले, हजारों की संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने कैंप का घेराव शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीण पारंपरिक हथियार और तीर कमान लेकर विरोध करने पहुंचे थे।
एसपी और कलेक्टर के जिला मुख्यालय के निकलते ही ग्रामीणों ने फोर्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कैंप हटाने की मांग को लेकर ग्रामीण फोर्स की ओर बढने लगे थे। लगभग हजार की संख्या में ये ग्रामीण पारंपरिक हथियारों से लैस होकर कैंप की ओर बढने लगे। इस बीच लगभग घंटे भर पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर झडप हुई। पुलिस ने ग्रामीणों को रोकने के लिये हल्का बल प्रयोग भी किया, बावजूद इसके ग्रामीण पुलिस का विरोध करते रहे। इधर ग्रामीणों को उग्र होता देख पुलिस ने हवाई फायर किया जिसके बाद ग्रामीण वहां से भाग खडे हुए।
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