हरिद्वार: लॉक डाउन के दौरान पुलिसकर्मियों को रौब दिखाना विधायक और उनके कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया। इसके बाद पुलिस ने न सिर्फ विधायक की गाड़ी का चालान काटी बल्कि उनका ड्राइविंग लाइसेंस भी जब्त कर दिया। हालांकि कुछ समय बाद पुलिस ने विधायक और उनके 12 साथियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया था। इसके बाद विधायक और उनके साथियों का बैरंग ही घर लौटना पड़ा।
दरसअल मामला उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के गोचार थाना क्षेत्र का है, जहां महाराजगंज विधायक अमन मणि त्रिपाठी सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता के शोक कार्यक्रम में शामिल होने बदरीनाथ जा रहे थे। इस दौरान गाचर पुलिस ने उन्हें बैरियर पर रोक लिया, जिसके बाद विधायक अमन मणि अभद्रता करने लगे।
बताया गया कि जब पुलिसकर्मियों ने उनसे परमिशन के बारे में पूछा तो वह अधिकारियों से उलझ गए, अभद्रता करने लगे। जबरन कर्णप्रयाग की ओर जाने लगे तो अधिकारियों की सूचना पर कर्णप्रयाग में पुलिस ने इनके तीनों वाहनों को रोक लिया। इस दौरान जब पुलिस ने विधायक सहित उनके सभी कार्यकर्ताओं के खिलाफ राष्ट्रीय आपदा एक्ट और धारा 188 के तहत मुनिकीरेती थाने में एफआईआर दर्ज की, लेकिन कुछ समय बाद निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।
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