भिलाई । पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस्पात मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, रेलवे मंत्रालय के स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड और सेल के आसपास के स्टील फैब्रिकेटर्स के अधिकारियों से स्टील की जरूरतों की आपूर्ति में आ रही समस्या को दूर करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये एक बैठक की अध्यक्षता की। जिसमें बीएसपी सीईओ को जल्द ही इन दिक्कतों को दूर करने के निर्देश दिए।
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दुर्ग जिले में भिलाई स्टील प्लांट के आसपास स्टील फैब्रिकेशन क्लस्टर विकसित करने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने और स्टील फैब्रिकेटर्स की स्टील जरूरतों को पूरा करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया। सेल के अनुसार स्टील फैब्रिकेशन क्लस्टर के विकास की इस कार्ययोजना से इस क्षेत्र में माइक्रो, छोटे एवं मीडियम इंटरप्राइजेज को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय रोजगार पैदा करने में सहायक होगा, यह प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत बनाने की भावना के अनुकूल बताया जा रहा है। लेकिन वर्तमान स्थिति में बीएसपी से स्टील खरीदने में लोकल स्टिल फेब्रिकेटर को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। फेब्रिकेटर के अनुसार अन्य निजी स्टील प्लांट की अपेक्षा बीएसपी मे स्टील की कीमत 500 से 1500 प्रति टन अधिक होता है। बीएसपी से आर्डर की सप्लाई का पीरियड 40 से 45 दिनों का होता है। जो कि स्थानीय फेब्रिकेटर के लिए बहुत अधिक है, बीएसपी में लेनदेन की प्रक्रिया भी बहुत जटिल है । जिससे स्थानीय वेंडर स्टील खरीदकर लोकल उद्योपतियों को सप्लाई करते हैं।
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प्रदेश के फेब्रिकेटर्स की मांग है कि इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया जाना चाहिए, जिसे लोकल फेब्रिकेटर को आसनी से स्टील उपलब्ध हो सके। केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भिलाई स्टील प्लांट के सीईओ को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि दुर्ग जिले में स्टील फैब्रिकेटर की स्टील प्लेट की जरूरतों को पूरा करने में आ रही दिक्कतों और खरीद के दौरान आने वाली किसी भी तरह की रुकावट का समाधान किया जाए।