असम: संसद के निचले सदन में सोमवार को नागरिकता संशोधन विधेयक पर मुहर लगा दी गई और इसे गृहमंत्री अमित शाह उच्च सदन में पेश करेंगे। इस बिल को लेकर जहां संसद में जमकर विरोध हुआ, वहीं सदन के बाद बाहर भी विरोध प्रदर्शन भी लगातार जारी है। एनआरसी के विरोध में नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन और ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने गुवाहाटी में 12 घंटे बंद का ऐलान किया है। वहीं, कुछ जगहों में आगजनी और हिंसक घटनाओं की खबर सामने आ रही है। बता दें कि एनआरसी के विरोध में छात्र नग्न प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
Union Home Minister Amit Shah to move the Arms Amendment Bill for passage in Rajya Sabha, today. pic.twitter.com/sp2dTlqE7p
— ANI (@ANI) December 10, 2019
एनआरसी के विरोध में सुबह पांच बजे बंद की शुरूआत के बाद लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, शिवसागर, जोरहाट, माजुली, मोरिगांव, बोंगाइगांव, उदलगुड़ी, कोकराझार और बक्सा जिले में सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित किया गया है।
Assam: All Assam Students’ Union (AASU) holds a protest in Dibrugarh against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/En1Zl7IgzE
— ANI (@ANI) December 10, 2019
एनईएसओ के बंद का कई राजनीतिक दलों ने समर्थन किया है। प्रदर्शन के विरोध में विपक्षी कांग्रेस, वाम और एआईडीयूएफ से भी समर्थन मिला है। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह किसी भी कीमत पर विभाजनकारी विधेयक का विरोध करेंगी और देश के किसी भी नागरिक का दर्जा घटाकर शरणार्थी का करने नहीं दिया जाएगा।
Assam: People stage protest in Jorabat against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/gEZjGkvMBE
— ANI (@ANI) December 10, 2019