रायपुर। आज मुख्यमंत्री निवास में आबकारी मंत्री कवासी लखमा के साथ बंदी रिहाई मंच के लोगों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। यह मुलाकात जेल में बंद आदिवासियों की रिहाई को लेकर की गई है। बस्तर के लोगों ने मुलाकात के दौरान जेल में बंद आदिवासियों को रिहा करने की मांग की। इस दौरान मंत्री लखमा के साथ सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाठिया, सोनी सोढ़ी, विधायक देवती कर्मा, चंदन कश्यप और विक्रम मण्डावी बंदी रिहाई मंच के साथ मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें —भाजपा विधायक को दो साल की जेल की सजा, विधायक के साथ 12 लोगों को भी सजा, इस मामले में स्पेशल कोर्ट ने सुनाया फैसला
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने 2 स्तर पर कमिटी बनाने का आश्वासन दिया है। जो मामलों की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं
आबकारी, लकड़ी चोरी जैसे छोटे मामलों में सालों से जेल में बंद आदिवासियों की रिहाई के लिए भी कमेटी काम करेगी। बता दें कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद ही जेल में बंद आदिवासियों की रिहाई के लिए आदिवासी नेताओं द्वारा लगातार सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें — संगठन चुनाव में पूर्व मंत्री के सामने ही हुआ तू तू मै मै, भाजपा जिलाध्यक्ष का अजीबो गरीब बयान…देखिए
मंच के लोगों ने बताया की सैकड़ों आदिवासी आबकारी, लकड़ी चोरी जैसे छोटे और झूठे मामलों में सालों से जेल में कैद हैं जबकि इसकी सजा मात्र 7 महीने तक की है, कभी पुलिस या प्रशासन ने इनके बारे में नहीं सोचा… वहीं कई आदिवासियों को फर्जी रुप से नक्सली घोषित कर जेल में डाल दिया गया है, ऐसे प्रताड़ित लोगों के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की मांग की है…मंत्री कवासी ने बताया की मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है की जिला समेत प्रदेश स्तर पर दो कमेटी बनाई जाएगी जो ऐसे मामलों की जाच कर प्रताड़ित लोगों को न्याय दिलाने में मदद करेगी, सुदूर इलाके के लोग जो थाने नहीं पहुंच सकते उनकी मदद के लिए जिला स्तर की कमेटी काम करेगी