उज्जैन। आज पवित्र सावन महीने का दूसरा सोमवार है। और भगवान शिव की पूजा के लिए सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। भोलेनाथ के दर्शन के लिए मध्यप्रदेश के धार्मिक राजधानी कहे जाने वाले उज्जैन में बाबा महाकाल और ओंकारेश्वर में शिव के दरबार में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है।
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सावन के इस दूसरे सोमवार यानी 29 जुलाई को प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. सावन माह और प्रदोष व्रत दोनों ही भगवान शंकर को समर्पित होते हैं. अगर इस दिन और इस अद्भुत योग में भोले शंकर की पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाए तो भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है।
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भगवान शिव को धतूरा के फूल चढ़ाए जाते हैं। इसके साथ अन्य फूल भी चढ़ा सकते हैं पर केतकी के फूल नहीं चढ़ाए जाते. शिव ने केतकी पुष्प को झूठा साक्ष्य देने के लिए दंडित करते हुए कहा कि यह फूल मेरी पूजा में उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
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