वाशिंगटन। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में अमेरिका ने भारत की मदद की है, अमेरिका ने भारत को 200 वेंटिलेटर्स दान में दिए हैं, साथ ही ये भी कहा है कि अमेरिका की ओर से ये भेंट दोनों देशों की दोस्ती का प्रतीक है और इसे भारत की ओर से दिए गए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का बदला नहीं समझा जाना चाहिए।
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USAID की एक्टिंग डायरेक्टर रमोना एल हमजाई ने कहा कि 200 वेंटिलेटर्स में से 50 वेंटिलेटर की पहली खेप जल्द ही भारत पहुंचने वाली है, उन्होंने कहा कि USAID टीम ने 11 लाख डॉलर रकम जारी की है ताकि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कई गतिविधियों को मदद पहुंचाई जा सके।
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बता दें कि अमेरिका की ओर से USAID भारत में मेडिकल सप्लाई और वेंटिलेटर्स समेत जरूरी सामान मुहैया करा रहा है, रमोना एल हमजाई ने कहा कि ये हमारी ओर से उपहार है, उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय, इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि इन वेंटिलेटर्स को जल्द से जल्द भारत पहुंचाया जा सके और जरूरतमंद अस्पतालों को दिया जा सके।
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जब रमोना एल हमजाई से पूछा गया कि क्या ये वेंटिलेटर्स दान-प्रतिदान जैसी चीज है तो उन्होंने इससे इनकार किया, बता दें कि जब अमेरिका में कोरोना की मार सबसे ज्यादा थी तो भारत ने मदद स्वरूप अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट दिया था।
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