पन्नाः सन 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ की कमी से उनकी दहाड़ भी शांत हो गई थी, लेकिन बाघ पुर्नस्थापना योजना के तहत वर्ष 2009 में कान्हा से एक बाघिन को लाया गया। ये टी-2 बाघिन पन्ना की 13 ब्रीडिंग बाघिनों में से सबसे सफलतम साबित हुई है। इस बाघिन ने यहां 21 शावकों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है।
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दरअसल बूढ़ी हो चुकी बाघिन में अभी भी वंश वृद्धि की संभावना तलाशी जा रही है। इसी कराण बाघिन के प्रति टाइगर रिजर्व के अधिकारी अभी भी बड़ा स्नेह रखते हैं। रिजर्व के अधिकारी कहते हैं कि वास्तव में यह सबसे ज्यादा येल्डिंग करने वाली बाघिन है, जिसने 21 शावकों को जन्म दिया है और पन्ना टाइगर रिजर्व को गुलजार करने में अहम योगदान अदा किया है। पन्ना टाइगर रिजर्व के इतिहास में अब तक जन्मे सबसे अधिक शावक है। इसीलिए प्रबंधन इस बाघिन की कुशलता के सारे इंतजाम कर रहा है ।