रायपुर। शासन ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई दावे किए पर ये दावे अब केवल कागज में सिमटते दिख रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए प्रदेश में पिछले 3 साल से महिला हेल्पलाइन नंबर 181 चल रहा है। इस हेल्पलाइन से महिलाओं को सुविधा तो मिली लेकिन मामलों का फॉलोअप न होने के कारण मामले 2 साल से पेंडिंग चल रहे हैं।
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181 हेल्पलाइन केन्द्र से मिली 3 सालों की रिपोर्ट में 3959 केस जैसे घरेलु हिंसा, मानसिक प्रताड़ना, दहेज और लिव इन रिलेशनशिप के दर्ज हुए हैं, सबसे अधिक रायपुर जिले के अंतर्गत 1388 मामले महिलाओं के हैं। 3 साल पहले शुरु हुई 181 हेल्पलाइन नंबर में 2287 मामले अब तक पेंडिंग हैं। ज्यादातर घरेलू हिंसा काउंसलिंग के दौरान ही सॉल्व कर दिए जाते हैं।
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केन्द्र प्रभारी ने बताया कि ये सभी मामले कोर्ट में फंसे हुए हैं जिनका कोई फॉलोअप नही है। इसके अलावा कोर्ट के आर्डर पर सुपरविजन में काउंसलिंग करने की गति भी इतनी धीमी है कि अपराध के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। जब शिकायतों का निराकरण ही नही होगा तो घरेलू हिंसा से महिलाओं को कैसे मुक्ति मिलेगी। 3 साल में कुल 6240 केस आए जिसमें 3959 केस घरेलु हिंसा के है – जिसमें 2287 केस अब तक पेंडिंग चल रहे हैं। इनमें अकेले रायपुर के 1388 केस हैं।
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