उज्जैन। आज सावन महीने का तीसरा सोमवार और नागपंचमी है। इस दिव्य संयोग पर मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ समेत देशभर के शिवालयों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी इस विशेष संयोग पर रात से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। रात 2.30 बजे बाबा महाकाल की भस्मारती हुई। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिए तो वहीं साल में एक दिन नागपंचमी पर खुलने वाले नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी नागदेवता के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है।
ये भी पढ़ें: मोदी सरकार को जम्मू कश्मीर के सियासी दलों की चेतावनी, कहा- खबरदार जो ‘विशेष दर्जे’ से की
सावन के तीसरे सोमवार और नागपंचमी का आज दिव्य संयोग है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की जहां भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट परंपरा के अनुसार रात 12 बजे से भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। पूजन के बाद मंदिर में रात से ही श्रद्धालुओं के दर्शन सिलसिला 24 घंटे तक जारी रहेगा। नागचंद्रेश्वर के साथ ही बाबा महाकाल के दर्शन को भी भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
ये भी पढ़ें: गुफा बडला की टेकरी पर बना कमरा ढहा, मलबे में 8 लोग दबे, 2 की मौत, 2 गंभीर
उधर पचमढ़ी में नागपंचमी के दिन नागराज के दर्शन करने का विशेष महत्त्व है। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की पहाड़ियों में काजरी के पास नागराज के द्वार पर भक्तों का तांता लगा हुआ है। दुर्गम पहाड़ियों की यात्रा कर नागराज के भक्त भोले के जयघोष के साथ नागद्वार पर दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां ज्यादा तादात में महाराष्ट्र से आने वाले भक्त होते हैं।
<iframe width=”560″ height=”315″ src=”https://www.youtube.com/embed/QkSrWzq5j2Q” frameborder=”0″ allow=”accelerometer; autoplay; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture” allowfullscreen></iframe>