भोपाल। राजधानी के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार को विसर्जन के दौरान हुई 11 लोगों की मौत के बाद भी प्रशासन ने लगता है सबक नहीं लिया है। हादसे के दूसरे दिन ही एक और बड़ा हादसा टल गया है। खटलापुरा में मछली पकड़ने वाले मछुआरों की नाव पलटने से तीन मछुआरे डूबने लगे, हलांकि उन्हें साथी मछुआरों ने रेस्क्यू कर बचा लिया।
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मछुआरे मछली पकड़ने वाले ठकेदार के कर्मचारी थे जो मछलियों को दाना डालने तालाब में उत्तर थे। इस हादसे में बड़ी लापरवाही देखने को मिली। सभी मछुआरे बिना लाइफ जैकेट के ही ठेकेदार ने कर्मचारियों को तालाब में दाना डालने उतार दिया और मौके पर मौजूद नगर निगम और पुलिस के अधिकारियो ने भी उन्हें नहीं रोका।
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वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है की नगर निगम से ठेकेदार के नियम शर्तों का अध्यन कर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि शुक्रवार को गणेश विसर्सन के दौरान नाव डूबने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 6 लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया था।
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