नई दिल्ली। दुनिया भर में चीन को घेरने की चौतरफा कोशिश की जा रही है। प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ हिंद महासागर में परेशानी का सबब बने चीन को रोकने के लिए चार बड़ी शक्तियां पहली बार मालाबार में साथ आने को तैयार हैं।
पढ़ें- अमेरिकी कंपनी ने भारत को 22 अपाचे और 15 चिनूक हेलीकॉप्टर्स की डिलीवरी पूरी की
इस साल के मालाबार नौसैनिक युद्धाभ्यास के लिए ऑस्ट्रेलिया को जल्द ही भारत का न्योता मिल सकता है। इसके साथ ही पहली बार अनौपचारिक रूप से बने क्वॉड ग्रुप को सैन्य मंच पर देखा जाएगा। इसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ जापान और अमेरिका शामिल हैं।
पढ़ें- नेपाल ने भारतीय न्यूज चैनलों को किया प्रतिबंधित, सिर्फ इस चैनल का प…
एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले हफ्ते तक ऑस्ट्रेलिया को औपचारिक रूप से निमंत्रण के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। मालाबार पहले एक सीमित नौसैनिक युद्धाभ्यास हुआ करता था लेकिन अब इंडो-पैसिफिक रणनीति का अहम हिस्सा है। इसके तहत हिंद महासागर में चीन के बढ़ते कदमों को रोकना एक बड़ा लक्ष्य है।
पढ़ें- भारत के पास दो रास्ते, चीन से संबंध बनाए रखे या तो युद्ध के लिए तैय…
भारत ने 2017 में ऑस्ट्रेलिया को इसमें शामिल करने से यह सोचते हुए रोक दिया था कि पेइचिंग इसे क्वॉड के सैन्य विस्तार के तौर पर देख सकता है लेकिन सीमा पर बढ़ी तनातनी और चीन के आक्रामक रवैये को देखते हुए आखिरकार भारत ने अपना रुख कड़ा कर लिया है। रिपोर्ट में वॉशिंगटन आधारित रेंड कॉर्पोरेशन के डेरेक ग्रॉसमेन के हवाले से कहा गया है, ‘इससे चीन को एक अहम संदेश जाएगा कि क्वॉड वास्तव में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास कर रहा है। भले ही इसे क्वॉड के इवेंट के तौर पर तकनीकी रूप से आयोजित न किया जा रहा हो।’
पाक सरकार, इमरान खान की पार्टी ने बातचीत जारी रखने…
11 hours ago