छात्रा ने रोक दिया कलेक्टर का काफिला, कार के सामने बैठी धरने पर, बोली 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' | The student stopped the collector's convoy, while sitting in front of the car, said 'I can do anything'

छात्रा ने रोक दिया कलेक्टर का काफिला, कार के सामने बैठी धरने पर, बोली ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’

छात्रा ने रोक दिया कलेक्टर का काफिला, कार के सामने बैठी धरने पर, बोली 'मैं कुछ भी कर सकती हूं'

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:57 PM IST
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Published Date: February 23, 2021 3:22 pm IST

बैतूल। बैतूल जिले के भैसदेही में आज एक छात्रा ने कलेक्टर का कारवां रोक लिया। अपनी रेगुलर मार्कशीट न मिलने से नाराज छात्रा पूजा कलेक्टर की कार के सामने धरने पर बैठ गयी। वह तब तक कार के सामने से टस से मस नहीं हुई जब तक उसे कलेक्टर का संतोष जनक जवाब नहीं मिल गया। पूजा मालवीय नाम की यह छात्रा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैंसदेही की छात्रा है। उसने साल 2019 में इस स्कूल से कक्षा बारहवीं की परीक्षा दी थी।

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उसके साथ की 33 छात्राएं यहां नियमित छात्र के तौर पर अध्ययनरत थी लेकिन जब उनकी मार्कशीट आयी तो उसमे छात्राओं को प्रायवेट परीक्षार्थी बताया गया था। छात्राओं ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की थी लेकिन उन्हें वहां से भी कोई राहत नहीं मिली। उल्टे स्कूल की प्रिंसिपल उन्हें समझौते के लिए धमकी देते रहे। जिससे छात्राएं तंग हो गयी थी।

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आज कलेक्टर अमनबीर सिंह बैस ने भैसदेही में तहसील स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया था। जहां छात्राएं अपनी समस्या लेकर शिविर में हाजिर हुई थी। लेकिन वहां भी उन्हें कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिला जिससे वे नाराज हो गयी। जब यहां शिविर के बाद कलेक्टर वापस रवाना होने लगे तो छात्रा कलेक्टर की कार के सामने धरने पर बैठ गयी। उसने मांग की कि जब तक उसकी मार्कशीट रेगुलर की नहीं मिलेगी वह कार के सामने से नहीं हटेगी। छात्रा ने यहां तक कह दिया कि उसकी समस्या हल नहीं हुई तो वह कुछ भी कदम उठा लेगी।

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छात्रा की नाराजगी देख आखिरकार कलेक्टर खुद कार से उतरे और फिर उन्होंने छात्रा को अपना नम्बर देकर कहा कि उनकी समस्या दस दिन में हल हो जाएगी। कलेक्टर का भरोसा मिलने के बाद छात्रा ने कलेक्टर का रास्ता छोड़ा। बताया जा रहा है कि इस स्कूल की इन छात्राओं का यह मामला यहां पदस्थ तो शिक्षकों के कारण बिगड़ा है। ट्यूशन के झगड़े में छात्राओं के फार्म भरने में की गई अनियमितता की वजह से छात्राओं को रेगुलर की जगह प्राइवेट कर दिया गया। कलेक्टर ने इस मामले में प्रिंसिपल को शो काज नोटिस देने के निर्देश दिए हैं।

 
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