मंदसौर। कहते हैं जाको राखे साईंयां मार सके ना कोय । इस कहावत को चरितार्थ किया है मन्दसौर शामगढ़ मैं रहने वाली मुस्लिम बुजुर्ग महिला हब्बन आपा ने । दरअसल मामला रविवार शाम के शामगढ़ के वार्ड नंबर 11 का है जहां एक निर्दयी माँ ने अपने कलेजे के टुकड़े को मरने के लिए नाली में फेंक दिया । रास्ते से निकल रही मुस्लिम बुजुर्ग महिला को नाली में पड़े एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी ।
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महिला ने जब नाली में झांक कर देखा तो नाली के कीचड़ में सना एक नवजात बच्चा तड़प रहा था । मुस्लिम बुजुर्ग महिला ने बिना कोई परवाह किए तुरंत बच्चे को कीचड़ से बाहर निकाल कर उसे गर्म पानी से नहलाया और पुलिस को सूचना देने के बाद बच्चे नवजात बच्चे को शामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया । नवजात बच्चे का का प्राथमिक उपचार के बाद उसे एंबुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल मन्दसौर रेफर कर दिया गया । डॉक्टरों के मुताबिक बच्चा पूर्णता स्वस्थ है ।
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उधर नवजात की जान बचाने वाली मुस्लिम महिला बच्चे को अपने पास रखने की जिद पर अड़ गई, जिसके बाद पुलिस और अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बुजुर्ग मुस्लिम महिला को समझा कर उसके घर भेजा । वहीं बच्चे की मां की तलाश जारी है।
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