रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा शहर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां टैगिंग में चूक के चलते जवान युवक की जगह परिजनों को बुजुर्ग की लाश दे दिया। वहीं परिजन भी अपना बेटे का शव मानकर अंतिम संस्कार कर दिया।
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दरअसल यह मामला संजय गांधी अस्पताल में सामने आया है। टैगिंग में चूक के चलते इस गलती को अस्पताल प्रबंधन ने मान लिया है और जांच के निर्देश भी दिए हैं। दरअसल, कुछ दिन पहले 22 साल के विवेक की तबीयत खराब हो गई थी।
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घरवालों ने उसे लेकर संजय गांधी अस्पताल पहुंचे थे, डॉक्टरों ने हालत ज्यादा खराब होने के चलते युवक को आईसीयू एडमिट कर दिया था। इसके बाद डॉक्टरों ने युवक को कोविड सेंटर में रेफर कर दिया परिजनों को बिना बताए। युवक के पिता ने कहा कि की बेटे को बदन दर्द की शिकायत थी जिसे भर्ती किया था। लेकिन अस्पताल ने उसको कोरोना वार्ड में रेफर कर दिया।
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इस मामले में लापरवाही उजागर होते ही प्रशासन हरकत में आया और अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राकेश पटेल के साथ अन्य स्टाफ को सस्पेंड कर दिया।
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