नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात निधन हो गया है। सुषमा स्वराज ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। बुधवार सुबह अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा। दोपहर तीन बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ये भी पढ़ें: अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी कार्यालय में सुबह रखा जाएगा सुषमा स्वराज का पार्थिव शरीर,
सुषमा स्वराज के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने लिखा है कि सुषमा जी का निधन एक व्यक्तिगत क्षति है। उन्हें भारत की हर चीज के लिए याद किया जाएगा। मेरे विचार उनके परिवार, समर्थकों और प्रशंसकों के साथ इस बेहद दुर्भाग्यपूर्ण समय में हैं। शांति।
जानिए सुषमा स्वराज का सफरनामा
———————————
14 फरवरी 1952 को हरियाणा की अम्बाला छावनी में जन्म
एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए पास की
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली
जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में भी शामिल हुईं
आपातकाल के दौरान सक्रिय राजनीति से जुड़ीं
70 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ीं
दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं
किसी भी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनीं
सुषमा स्वराज के पिता आरएसएस के सदस्य रहे
13 जुलाई 1975 को स्वराज कौशल के साथ हुई शादी
1977 में अम्बाला छावनी विधानसभा से विधायक बनीं
1977 से 1979 तक हरियाणा राज्य की श्रममंत्री रहीं
25 साल में कैबिनेट मंत्री बनकर रिकॉर्ड बनाया
80 के दशक में भाजपा में शामिल हुईं सुषमा स्वराज
2014 में भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनीं
1990 में राज्यसभा की सदस्य निर्वाचित हुई
1996 में दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीता
वाजपेयी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री रहीं
12 अक्टूबर 1998 को दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं
1999 में बेल्लारी से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा
2000 में यूपी से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुईं
2009 में 15 वीं लोकसभा में विपक्ष की नेता बनीं
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा