रायपुरः छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार का दो साल के कार्यकाल पूरा होने पर हमारे चैनल #IBC24 ने रविवार को एक खास कार्यक्रम #ThankYouCm का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों ने शिरकत की। इस आयोजन के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने #IBC24 के सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।
प्रश्नः आपने बात की छत्तीसगढ़ की और छत्तीसगढ़ भाषा-बोली की। जिस तरह से अंग्रेजी स्कूल खोलने का आपने एक अभियान चलाया है, तो क्या छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 10वीं तक छत्तीसगढ़ी बोली को अनिवार्य विषय के तौर पर शामिल करने का कोई विचार है?
जवाबः इस सवाल के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हम अपनी जमीन को नहीं छोड़ना चाहते हैं। हम जमीन में रहकर आसमान छूना चाहते हैं। हमारे बच्चे जितनी ऊंचाई चाहते हैं तो हमें अवसर प्रदान करने की जरूरत है। हमारे यहां से निकले तो देश या दुनिया के किसी भी कोने में जाएं तो उनमें झिझक नहीं होनी चाहिए। आज अंग्रेजी विश्व की भाषा हो चुकी है और छत्तीसगढ़ के बच्चों में भाषा के नाम से झिझक नहीं होनी चाहिए। यदि हमारे बच्चे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ेंगे तो दुनिया के किसी भी कोने में जाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दे सकेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चों में प्रतिभा की कमी है क्या? केवल अवसर की कमी है। सरगुजा, बस्तर और जशपुर के बच्चे जेईई, नीट और एमबीबीएस पास कर रहे हैं। अबूझमाड़ के बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं। तो हमारे बच्चों को अवसर नहीं मिल रहा है। अगले साल हम 100 अंग्रेजी स्कूल और खोलेंगे, जो ब्लॉक स्तर पर होगा। इसके बाद सभी ब्लॉकों में अंग्रेजी स्कूल हो जाएगा। ताकि शिक्षा को सस्ता किया जा सके। बहुत सारे ऐसे परिवार हैं, जिनकी पूरी कमाई बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में चली जाती है। ऐसी स्थिति में उच्च गुणवत्ता युक्त पढ़ाई हमारे बच्चों को मिल सके ये हमारी कोशिश है।