हटा। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार की सख्ती के असर और भष्टाचार विरोधी मुहिम का एक बड़ा असर ग्रामीण अंचल में देखने को मिल रहा है,दरअसल मध्यप्रदेश विधानसभा में हटा वन परिक्षेत्र के करकोई प्लान्टेशन की गड़बड़ी के ध्यानाकर्षण के बाद वन मंत्री के निर्देश के बाद भोपाल मुख्य वन सचिब एच एस मोहन्ता की अध्यक्षता में करकोई प्लान्टेशन की जांच अब पुनः शुरू हुई है।
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जांच दल के साथ दमोह जिला वनमण्डल के कई अधिकारी करकोई पहुंचे, जहां उन्होंने कैम्पा प्लान्टेशन का निरीक्षण किया। अधिकारियों की माने तो यहां सागौन के पौधों का चयन विभागीय भूल थी, जिसके पौधों को नुकसान हुआ है। स्थल सीमांकन सहित प्लान्टेशन से जुड़े दस्तावेज तलब किये गए हैं, जिसकी जांच जारी है।
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जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस हिसाब से कार्रवाई तय होगी ,प्लान्टेशन आगामी 5 सालों तक निगरानी में रहेगा। बता दें कि करकोई के जंगलों में वन अमले द्वारा प्लान्टेशन कार्य करवाया गया था । जिसमे बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों की शिकायतें सामने आई थी, ये मुद्दा मध्यप्रदेश विधानसभा में उठाया गया था। जिसके बाद अब मामले की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है।