नईदिल्ली। दिल्ली की सरकार के सामने अपने कर्मचारियों को वेतन देने का संकट पैदा हो गया है। केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से 5000 करोड़ रुपये की सहायता तत्काल देने की मांग की है, ताकि कर्मचारियों को वेतन दिया जा सके। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर केंद्र सरकार से आपदा की इस घड़ी में दिल्ली के लोगों की मदद करने की बात कही है।
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केंद्र सरकार से निवेदन है कि आपदा की इस घड़ी में दिल्ली के लोगों की मदद करे। https://t.co/Z82D7UEZDo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 31, 2020
इसकी जानकारी देते हुए हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अपने कर्मचारियों को केवल वेतन देने और ऑफिस के खर्च वहन करने के लिए 3500 करोड़ रुपये हर महीने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि दिल्ली के रेवेन्यू पर काफी असर पड़ा है। पिछले दो महीने में 500-500 करोड़ रुपये जीएसटी से आए हैं। अन्य स्रोतों से हुई आमदनी को भी जोड़ दें, तो कुल 1735 करोड़ रुपये का राजस्व आया है।
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इस समय दिल्ली सरकार के सामने सबसे बड़ा संकट है कि अपने कर्मचारियों की सैलरी कैसे दी जाए। मैंने केंद्र सरकार से तुरंत राहत के तौर पर 5,000 करोड़ रुपये की मांग की है, मैंने केंद्रीय वित्त मंत्री जी को चिट्ठी लिखी है: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया https://t.co/1tUpWb8gCL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 31, 2020
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से दिल्ली सरकार का टैक्स कलेक्शन करीब 85 फीसदी नीचे चल रहा है, ऐसे में यह संकट है कि हम अपने कर्मचारियों को वेतन कैसे दें। उन्होंने कहा कि इसके लिए लगभग 5000 करोड़ रुपये की जरूरत है। वित्त मंत्री को पत्र लिखकर यह सहायता राशि तत्काल उपलब्ध कराने की मांग की है, जिससे दिल्ली सरकार अपने डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को वेतन दे सके।
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