जबलपुर । कोरोना संकटकाल में लागू किए गए लॉकडाऊन से जबलपुर में औद्योगिक गतिविधियां ठप्प हैं। कच्चे माल की कमी, मजदूरों के पलायन और लॉकडाऊन में ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ने से यहां आधे से ज्यादा फैक्ट्रियों के ताले भी नहीं खुल पा रहे हैं।
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जबलपुर के औद्योगिक इलाकों रिछाई, हरगढ़ और उमरिया-डुंगरिया में औद्योगिक उत्पादन बहाल नहीं हो पा रहा है। जबलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ ने मौजूदा हालातों पर चिंता जताई है। जबलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष और एसोचैम इंडिया के सदस्य प्रेम दुबे का मानना है कि आने वाले कई महीनों तक औद्योगिक जगत इसी तरह की मंदी के दौर से गुज़र सकता है, जहां कम डिमांड के अलावा रॉ मटेरियल और लेबर की कमी से उत्पादन प्रभावित हुआ है।
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चैंबर के अध्यक्ष प्रेम दुबे के मुताबिक केन्द्र सरकार का आर्थिक पैकेज उद्यमियों को रियायत देने की बजाय और कर्ज के बोझ में डालने वाला है, लिहाजा औद्योगिक क्षेत्र के हालात तब तक सामान्य नहीं हो पाएंगे जब तक लॉक डाऊन पूरी तरह ना खोल दिया जाए।