केरल: कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान शशि थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैं राजनीतिक करियर के लिए कांग्रेस में नहीं आया। मैंने कांग्रेस इसलिए ज्वाइन किया था क्योंकि मुझे लगता है कि समावेशी भारत के विचार को आगे बढ़ाने का यही सबसे उत्तम रास्ता है और एक या 5 फीसदी वोट के लिए विचारों को छोड़ा तो नहीं जा सकता न। क्योंकि फिर यही सवाल होगा कि हमारा सोच क्या है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का एक ही उद्देश्य रहा है कि वह धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करें। हिंदी पट्टी में पार्टी के संकट ”बहुसंख्यक तुष्टिकरण” या ”कोक लाइट” की तर्ज पर किसी तरह के ”लाइट हिंदुत्व” की पेशकश करने से दूर नहीं हो सकते हैं क्योंकि इस रास्ते पर चल कर ”कांग्रेस” जीरो हो जाएगी।
सांसद थरूर ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा को 37 फिसदी वोट मिले, लेकिन इन 37 प्रतिशत लोगों में से 60 प्रतिशत लोग की विचारधारा से सहमत नहीं हैं। ये 37 प्रतिशत लोग भारत को बहुसंख्यकवादी देश बनते नहीं देखना चाहते। कांग्रेस समावेशी भारत और सभी के लिए काम करने में विश्वास रखती है जो उसे भाजपा से अलग बनाती है। थरूर ने कहा कि कांग्रेस को अपने इस सिद्धांत पर अडिग रहना चाहिए कि भारत सबके लिए है और वह इस बात को 130 वर्षों से कहती आ रही है।
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भाजपा के लिए राजनीति सेवा का मिशन, सपा के लिए…
2 hours ago