मेरठ। परतापुर थाना क्षेत्र के गांव भूड़बराल से तीन महीने से अगवा मां-बेटी के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। वारदात को महिला के प्रेमी शमशाद ने ही अंजाम दिया था। परतापुर पुलिस ने घर की खुदाई की और दोनों के शवों के कंकाल को जब्त किया है।
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जानकारी के मुताबिक आरोपी शमशाद ने गाजियाबाद की रहने वाली तलाकशुदा प्रिया को खुद को हिंदू (अमित गुर्जर) बताकर अपने प्रेमजाल में फंसाया। महिला ने युवक पर भरोसा किया और अपना अकेलापन दूर करने के लिए उसके साथ चली आई। पिछले कई सालों से महिला अपनी बेटी को लेकर प्रेमी के साथ रह रही थी।
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गाजियाबाद के लोनी की रहने वाली प्रिया शादीशुदा थी। कुछ साल पहले प्रिया की मुलाकात शमशाद से हुई। शमशाद ने खुद को हिंदू बताते हुए अपना नाम अमित गुर्जर बताया था। शमशाद ने प्रिया को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। प्रिया की एक बेटी भी थी, शमशाद ने बिना किसी संकोच के प्रिया के साथ उसकी बेटी कशिश को अपनाने के लिए सहमति दी थी, शमशाद के इस व्यवहार से प्रिया प्रभावित हो गई और उसके साथ रहना स्वीकार कर लिया । शमशाद ने हिंदू नाम बदलकर प्रिया को अपने साथ रखा। शमशाद ने प्रिया को पांच साल तक अपने साथ बतौर पत्नी रखा। एक दिन प्रिया को पता चला कि शमशाद हिंदू नहीं है। इसी बात को लेकर प्रिया ने शमशाद को खरी खोटी सुनाईं और विरोध शुरू कर दिया। राज खुलने के बाद 28 मार्च को शमशाद ने मां-बेटी की हत्या करने के बाद शवों घर के अंदर जमीन में दबा दिया था।
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28 मार्च 2020 को प्रिया (30) और उसकी 11 वर्षीय बेटी कशिश अचानक लापता हो गईं। प्रिया की सहेली चंचल ने 14 जुलाई को परतापुर थाने में शमशाद निवासी भूड़बराल के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था। इस रिपोर्ट की तफ्तीश में पुलिस ने शमशाद को पूछताछ के लिए बुलाया था, प्रकरण में सबसे चौंकाने वाला पहलू ये है कि पुलिस ने सामान्य पूछताछ के बाद आरोपी को छोड़ दिया था। शवों के बरामद होने के बाद पुलिस आरोपी शमशाद की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
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