नई दिल्ली: मोदी सरकार ने कई बैंकों का आपस में विलय करने का फैसला किया है। इस फैसले के तहत अब तक कुछ बैंकों को मर्जर हो चुका है। लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आप मर्जर वाले बैंकों के खाताधारक हैं तो आपको 1 अप्रैल के बाद मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। जी हां जि न बैंकों का किसी अन्य बैंक में विलय हो गया है, उनके चेकबुक एक अप्रैल के बाद से बेकार हो जाएंगे।
ओबीसी और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का विलय होने के बाद पीएनबी ने ऐलान किया है कि ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के चेकबुक के जरिए 31 मार्च तक ही लेन देन किया जा सकेगा। बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी देना बैंक व विजया बैंक के चेकबुक की वैधता 1 अप्रैल से खत्म करने का ऐलान किया है। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक ने भी विलय होने वाले बैंकों की चेक बुक को 31 मार्च तक मान्य करने की बात कही है। हालांकि केनरा बैंक में विलय के बाद सिंडिकेट बैंक के चेकुबक की मान्यता अवधि 30 जून, 2021 तक रखी गई है।
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