ग्वालियर। उपचुनाव के माहौल के बीच ग्वालियर चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी के अधिकृत बैनर पोस्टर्स से सिंधिया के फोटो गायब होने पर कांग्रेस उन पर तंज कस रही है। साथ ही अब सीएम शिवराज सिंह और सिंधिया की संयुक्त सभाएं नहीं होने पर भी चुटकी ले रही है। कांग्रेस के इस तंज पर खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जवाब दिया है।
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ग्वालियर की सड़कों पर लगे ये पोस्टर्स ध्यान से देखिए। इसमें सीएम शिवराज का फोटो है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की तस्वीर है। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया गायब है। कांग्रेस इस पर तंज कस रही है। कांग्रेस का कहना है कि जनता के बीच सिंधिया की साख गिर चुकी है। इसलिए बीजेपी उनसे किनारा कर रही है। जबकि बीजेपी इसे पार्टी का प्रोटोकॉल बता रही है। जिसके तहत पार्टी की अधिकृत चुनाव सामग्री में सत्ता और संगठन के मुखिया को जगह मिलती है। खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा है कि कई दिनों बाद कांग्रेस को मेरी चिंता हो रही है। इसके लिए धन्यवाद।
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इधर ग्वालियर-चंबल में बीजेपी ने प्रचार की रणनीति में बदलाव किया है। पहले प्रचार की पटरी पर ‘शिव-ज्योति’ एक्सप्रेस सरपट दौड़ रही थी। लेकिन अब शिवराज और महाराज एक साथ नजर नहीं आ रहे। बल्कि सीएम शिवराज के साथ तोमर दिख रहे है। कांग्रेस ने इस पर भी चुटकी ली है।
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बीजेपी चाहे जितने तर्क दे। लेकिन सिंधिया का बीजेपी के प्रचार रथ पर फोटो ना होना। स्टार प्रचारकों की सूची में 10वें नंबर पर रहना। सीएम के साथ उनकी सभाएं नहीं होना। और अब ग्वालियर चंबल में पार्टी के बैनर पोस्टर्स से सिंधिया का गायब होना। अंचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसे कांग्रेस भुनाने की कोशिश में है।