भोपाल। मध्यप्रदेश में प्राइमरी और मिडिल स्कूल 15 नवंबर तक बंद रखने के सरकार के फैसले के बीच इस साल इन बच्चों के लिए सत्र शून्य घोषित करने की मांग उठी है। मध्य प्रदेश पालक महासंघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र भेजकर कहा है कि 15 अक्टूबर से मिडिल तक के स्कूल नहीं खोलने का फैसला लेकर सरकार ने बच्चों को कोरोना से बचाया है।
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लेकिन अब स्कूल खोलने को लेकर 15 नवंबर को फिर मंथन करने की बात कही जा रही है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक मिडिल तक के स्कूल बंद ही रखे जाएं। फिलहाल पालक महासंघ का ये पत्र सरकार तक नहीं पहुंचा है। पालक महासंघ के अध्यक्ष कमल विश्वकर्मा ने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक स्कूल नहीं खोलना चाहिए।
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इधर, सरकार 15 नवंबर तक मिडिल स्कूल बंद रखने के फैसले को लेकर खुद की पीठ थपथपा रही है। सरकार का तर्क है कि कोरोनाकाल के कारण फिलहाल स्कूल नहीं खोले गए हैं। अब स्कूल कब से खोले जाएंगे। इसको लेकर 15 नवंबर को फैसला लिया जाएगा।
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