मोदी-शाह पर संजय राउत का तंज, कहा- आप जिस स्कूल में पढ़ते हैं हम वहां के हेड मास्टर हैं | Sanjay Raut, Shiv Sena: I am headmaster of this school where you teach

मोदी-शाह पर संजय राउत का तंज, कहा- आप जिस स्कूल में पढ़ते हैं हम वहां के हेड मास्टर हैं

मोदी-शाह पर संजय राउत का तंज, कहा- आप जिस स्कूल में पढ़ते हैं हम वहां के हेड मास्टर हैं

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:11 PM IST
,
Published Date: December 11, 2019 10:18 am IST

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक बिल को लेकर संसद के उच्च सदन राज्यसभा में चर्चा जारी है। इस बिल को लेकर शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सदन को संबोधित करते हुए कहा है कि देश के मजबूत प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह से हमारी आशा है। इस क्या इस बिल के पास होने के बाद घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा। शरणार्थियों को स्वीकार किया गया है तो उन पर राजनीति क्यों? क्या ऐसे लोगों को मताधिकार दिया जाएगा?

Read More: दोहरे हत्याकांड में नया खुलासा, युवती और आरोपी सैफ कर चुके हैं शादी

संजय राउत ने आगे कहा कि मैं कल से सुन रहा हूं कि जो लोग इस विधेयक का समर्थन नहीं करते हैं, वे राष्ट्र विरोधी हैं और जो लोग इसका समर्थन करते हैं वे राष्ट्रवादी हैं। हमें अपने राष्ट्रवाद या हिंदुत्व पर किसी भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।

Read More: CAB पर शिवसेना का बयान, वोट बैंक की राजनीति सही नहीं

उन्होंने नरेंद्र मोदी और अमित शाह को अप्रत्यक्ष रूप से संबोधित करते हुए कहा कि जिस स्कूल में आप पढ़ते हैं हम उस स्कूल के हेडमास्ट हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बालासाहेब ठाकरे थे। हम अटल जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी दोनों को मानने वाले हैं।

Read More: लाखों स्मार्ट फोन पर अगले महीने बंद हो जाएगा वाट्सअप, न होगा रजिस्ट्रेशन, न वेरिफिकेशन

गौरतलब है कि शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने बुधवार को ही अपने एक बयान में कहा था कि सरकार को इस विधेयक पर उनकी पार्टी से समर्थन की अपेक्षा करने से पहले उनके सवालों का जवाब देना होगा। संजय राउत ने कहा, कि लोकसभा में आंकड़े अलग हैं और राज्यसभा में स्थिति भिन्न है। सरकार को हमारे सवालों का जवाब देना होगा। वोटबैंक की राजनीति सही नहीं है। आप एक बार फिर हिंदू-मुस्लिम विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

Read More: गृहमंत्री ने पेश किया रिपोर्ट कार्ड, पिछली सरकार की अपेक्षा एक साल में कम हुए अपराध, दोषियों पर हुई कार्रवाई, पूरे किए गए वचन