मंदसौर। जहा चाह वहां राह यह जुमला तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मंदसौर शहर के समाजसेवी नाहरु भाईजान ने । मन्दसौर के नाहरू भाई ने एक सैनेटाइजर मशीन बनाई है । इस मशीन से निकलने वाला हर शख्श खुद-ब-खुद सैनिटाइज हो जाएगा । मशीन को बनाने में करीब डेढ़ लाख की लागत आई है । इसे नाहरू भाई ने खुद अपने वर्कशॉप में बनाया है ।
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अब इस सेनेटाइजर मशीन जिला अस्पताल को डोनेट किया जाएगा, जहां अस्पताल में आनेजाने वाले मरीज और डॉक्टर इस सेनेटाइज मशीन के भीतर से निकलते हुए ऑटोमेटिक सेनेटाइज हो जाएंगे । इस मशीन को बनाने का मकसद अस्पताल में मरीजों और डॉक्टरों को संक्रमण से बचाना है ।
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मंदसौर के नाहरू भाई केवल दूसरी कक्षा तक पढ़े लिखे है । अशिक्षित होने बावजूद तकनीकी के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले नाहरू भाई इन दिनों कोरोनो और लॉक डाउन के बीच सुबह- शाम खुद के खर्च पर गरीब बस्तियों में भोजन पहुंचा रहे है । नाहरू भाई अब तक कई तरह की मशीनें बना चुके है । नाहरू भाई के खुद की तकनीक से बनाए डीजी सेट जिला अस्पताल और भगवान पशुपतिनाथ मंदिर समिति को डोनेट कर चुके है । नाहरु भाई की बनाई कोरोना के खिलाफ सेनेटाइज करने में कितनी कारगर है,ये तो फिलाहल नहीं कहा जा सकता है,लेकिन उन्होंने एक प्रयास जरुर किया है।