रायपुरः रायपुर नगर निगम के जोन 3 में लगभग 75 लाख रुपए का वेतन घोटला उजागर हुआ है। जांच में खुलासा हुआ है की यहां वेतन बनाने वाले ग्रेड तीन कर्मचारी गंगा सिन्हा ने पिछले पांच साल में अपने परिजन और कंप्यूटर आपरेटर नेहा परवीन के परिजनों के खाते में निगम के पौन करोड़ रुपए से ज्यादा रकम ट्रांसफर दी। मामले की जानकारी देते हुए जोन आयुक्त ने बताया की कर्मचारी गंगा सिन्हा वेतन बनाने का काम करता था, दिसंबर में वेतन की जांच करने में पता चला की कई ऐसे लोगों के नाम के खातों में पैसा ट्रांसफर किए गए हैं, जो निगम के कर्मचारी थे ही नहीं।
मामले की जांच करवाने में पता चला कि यह खाते गंगा की पत्नी देवकुमारी सिन्हा, बेटे शुभम सिन्हा और साले अशोक सिन्हा के अलावा कंप्यूटर ऑपरेटर नेहा परवीन की मां और दो बहनों के नाम पर है। पिछले पांच साल से गंगा सिन्हा कंप्यूटर आपरेटर नेहा परवीन के साथ मिलकर अतिरिक्त लोगों के नाम पर वेतन निकाल रहा था और उसने इस दौरान लगभग पौन करोड़ रुपए सभी खातों में ट्रांसफर कर दिए हैं। यह घोटला करने के लिए गंगा सिन्हा आय़ुक्त के द्वारा साइन किए दस्तावेजों के बीच के पन्ने निकाल कर फर्जी द्स्तावेज बनाता और वाउचर तैयार कर नेहा परवीन से रकम आरटीजीएस करवाता था। इस मामले की शिकायत पुलिस से की है। वहीं जोन में इतना बड़ा घोटला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया और निगम के सभी जोनों में वेतन रिकार्ड की जांच की जा रही है।