नई दिल्ली। 1984 सिख दंगों के दोषी पाए गए पूर्व कांग्रेस नेता सज्जन कुमार ने सोमवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत में समर्पण कर दिया। अदालत ने उन्हें मंडोली जेल भेज दिया, जहां उन्हें बैरक नंबर 14 में रखा गया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में सज्जन कुमार को दंगे का दोषी ठहराते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हालांकि सज्जन कुमार ने समर्पण की तारीख में कुछ मोहलत मांगी थी, जिसे कोर्ट ने नकार दिया था।
सज्जन कुमार के वकील के मुताबिक उनके मुवक्किल को राहत मिलने की संभावनाएं बहुत कम हैं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में 1 जनवरी को छुट्टियां खत्म हो रही हैं। इससे उनकी अपील पर सुनवाई की उम्मीद नहीं है। सज्जन कुमार के वकील ने कहा कि हम हाईकोर्ट के फैसले पर अमल करेंगे।
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बता दें कि इसी महीने 17 तारीख को दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सिख दंगे का दोषी ठहराते हुए ताउम्र कारावास की सजा सुनाई थी। अदालत ने कहा था कि 1984 दंगे में राष्ट्रीय राजधानी में 2700 सिखों की हत्या की गई और यह घटना अविश्वसनीय नरसंहार थी। कोर्ट ने इस घटना को मानवता के खिलाफ अपराध बताते हुए कहा था कि इसके पीछे वैसे लोग थे जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था और कानून का पालन करने वाली एजेंसियों ने भी इनका साथ दिया।