साईं बाबा ने श्रद्धालुओं का दिया अनुपम वरदान, यदि तुम मेरी ओर देखोगे तो मैं तुम्हारी ओर देखूंगा | Sai Baba gave a unique boon to the devotees If you look at me i will look at you

साईं बाबा ने श्रद्धालुओं का दिया अनुपम वरदान, यदि तुम मेरी ओर देखोगे तो मैं तुम्हारी ओर देखूंगा

साईं बाबा ने श्रद्धालुओं का दिया अनुपम वरदान, यदि तुम मेरी ओर देखोगे तो मैं तुम्हारी ओर देखूंगा

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Modified Date: November 29, 2022 / 05:26 AM IST
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Published Date: April 15, 2020 5:25 am IST

 धर्म। श्री साईं बाबा अपने भक्तों और श्रद्धालुओं पर कृपा बरसाते हैं। श्रदधालुओं का मानना है कि श्री साईं बाबा की महिमा इतनी निराली है कि श्रद्धालुओं के मन में जो बात आती है उसे वो बिना बताए जान जाते हैं। इस तरह के चमत्कार आज भी हो जाते हैं। यही नहीं श्री साईं बाबा की जन्मतिथि, जन्म स्थान में विभिन्न मतांतर हैं। बाबा ने धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने और किसी वर्ग में ना बंधने का उदाहरण पेश किया है। साईं बाबा ने अपने भक्तों के बीच में श्रद्धा, सबूरी और विश्वास का मंत्र दिया।

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श्री साईं बाबा को श्रद्धालु अपने मतानुसार कबीर का अवतार कहते हैं, कुछ लोग उन्हें भगवान दत्तात्रेय का अवतार कहते है। बाबा में ईश्वरीय शक्ति के प्रमाण उनके श्रद्धालुओं को मिले हैं। आज भी श्रद्धालु श्री साईं बाबा की समाधि, पवित्र धुनि और देशभर में मौजूद उनके मंदिरों से होने वाले चमत्कार का दर्शन करते हैं। सांई के जीवनों से जुड़े अनुभवों को श्री साईं  सच्चरित्र में लिपिबद्ध किया जाता है।

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श्री साईं सच्चरित्र को अन्ना साहेब दाभोलकर ने वर्ष 1914 में प्रकाशित किया। इस पुस्तक में साईं बाबा की शिक्षाएं भी दी गई हैं। सांई बाबा विश्वास जाति – धर्म और राज्यों से परे देशों की सीमा लांघ चुकी है। बाबा की महिमा बड़ी निराली है। साईं बाबा को सभी धर्मों के लोग मानते हैं और वे भी हर भक्त पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

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साईं बाबा के बारे में कहा जाता है कि यदि उनके प्रति आप भक्ति की भावना से भरकर उनकी समाधि पर माथा टेकेंगे तो आपकी किसी भी प्रकार की समस्या हो, उसका तुरंत ही समाधान होगा। जब साईं बाबा आपकी भक्ति को स्वीकार कर लेते हैं, तो आपको इस बात की किसी न किसी रूप में सूचना भी दे देते हैं।

सांईं न हिन्दू हैं और न मुसलमान, वे सिर्फ अपने भक्तों के दु:ख-दर्द दूर करने वाले बाबा हैं। साईं बाबा का स्पष्ट संदेश है कि यदि तुम मेरी ओर देखोगे तो मैं तुम्हारी ओर देखूंगा। मेरे भक्त को जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होने दूंगा।

 
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