मुंबई: टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज ‘हिटमैन’ यानि रोहित शर्मा आज अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। जन्मदिन पर रोहित शर्मा को दुनियाभर से बधाई संदेश आ रहे हैं, हालांकि रोहित शर्मा कोरोना संकट के दौरान घर में लॉक डाउन हैं। रोहित की प्रतिभा और कौशल का तो हर कोई कायल था और है भी, लेकिन उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए खूब उतार-चढ़ाव झेलने पड़े हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं कि कैसा है रोहित शर्मा का लाइफस्टाइल और कैसे पहुंचे क्रिकेट की दुनिया में इस उंचाई तक…
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कलाई के जादूगर के नाम से मशहूर रोहित शार्म का जन्म ऑरेंज सिटी नागपुर मे हुआ था, लेकिन वे मूलत: हैदराबाद के हैं। आज भले ही रोहित शर्मा रन मशीन के तौर पर जाने जाते हैं लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब वे रनों के लिए तरसते रहे थे। 2007 वर्ल्ड टी-20 में पहली बार दुनिया को अपना नाम याद दिलाने वाले रोहित विश्व कप 2011 टीम में ही नहीं चुने गए। दिक्कत सिर्फ यह रही कि वह एकाग्र न होकर बीच में अक्सर राह भटक गए। बता दें कि क्रिकेट का ककहरा मुंबई में कोच दिनेश लाड से सिखाया। लाड खुद सचिन तेंदुलकर के गुरू रमाकांत आचरेकर के शागिर्द रह चुके हैं।
Many happy returns of the day to the great man.Hope you have a great day paaji. My two best moments with him were:
1)Sharing the match winning partnership at Sydney against Australia in the first final.
2)Receiving my test cap at Eden gardens #HappyBirthdaySachin @sachin_rt pic.twitter.com/J9KRMAnNGX
— Rohit Sharma (@ImRo45) April 24, 2020
मुंबई इंडियंस की आईपीएल में कप्तानी से रोहित पर ज्यादा जिम्मेदारी आ गई। अपनी कप्तानी में रोहित ने मुंबई इंडियंस को चार बार खिताब दिलाया। दरअसल जिम्मेदारियों ने रोहित के खेल को निखारा। जिम्मेदारियों की कसौटी में तपकर रोहित जैसा सोना कुंदन बन कर निखरा। 108 वन-डे खेलने के बाद 26 बरस की उम्र में कोलकाता मे उन्हें अपने टेस्ट करियर का आगाज करने का मौका मिला। रोहित ने डेब्यू टेस्ट में ही शतक लगा दिया। ऐसा करने वाले वह 14वें भारतीय थे।
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एक दौर ऐसा भी था जब रोहित शर्मा को देखकर यह लगता था कि विनोद कांबली की ही तरह इस प्रतिभाशाली क्रिेकेटर का करियर भी जल्द खत्म हो जाएगा। लगता तो यह भी था कि रोहित शर्मा अपना नेचुरल गेम नहीं खेल पाते हैं। हैरान करने वाली यह है कि रोहित को भी यह बात कचोटती थी। इसी आत्ममंथन के दौर में रोहित ने खुद को बदलने का फैसला लिया। बस फिर क्या था हिटमैन के बदलते ही इतिहास बदलने लगे।