गरीबों से और ज्यादा तेजी से रईस हो रहे अमीर | Rich and rich getting faster than the poor

गरीबों से और ज्यादा तेजी से रईस हो रहे अमीर

गरीबों से और ज्यादा तेजी से रईस हो रहे अमीर

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 PM IST
,
Published Date: December 10, 2019 10:46 am IST

नई दिल्ली। 2019 में पेश मानव विकास सूचकांक में भारत की रैंकिंग में सुधार आया है, लेकिन बहुत अच्छी नहीं है क्योंकि भारत ने महज एक स्थान की छलांग लगाई है। ह्यूमन डिवेलपमेंट इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 189 देशों में भारत की रैंकिंग 129 हो गई है, जो पहले 130 थी। साफ है कि सुधार की गति बहुत धीमी है और गरीबी और अमीरी के बीच की खाई कम नहीं हो रही।

पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल को लेकर अमेरिकी आयोग ने जताई आपत्ति, सिफारिश में कहा- बेह…

भारत में 2005-06 से 2015-16 के बीच 27.1 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया, यानी इस दौरान गरीबों की संख्या घटी है। इस रिपोर्ट में आर्थिक प्रगति के फायदे कंप्यूटर ऐक्सेस की व्यापकता बढ़ने जैसी बातों पर आधारित है। इस आधार पर प्रगति को देखा जाए तो जाहिर है कि गरीबों की अपेक्षा अमीर और तेजी से और अमीर होते जा रहे हैं।

पढ़ें- ऑटो सेक्टर में मंदी का बड़ा असर, नवंबर महीने में बिक्री में 12 फीसद…

देश में सबसे ज्यादा आय असमानता है, भारतीय 1922 से टैक्स अदा कर रहे हैं फिर भी यहां बड़ी असमानता है। देश की आबादी का 1 फीसदी हिस्सा ऐसा है, जो देश की कुल आय के बीस फीसदी का मालिक है। टॉप 10 फीसदी लोगों के पास कुल आय का 55% हिस्सा है। 1980 से लेकर अब तक आय की असमानता की खाई लगातार गहरी हुई है। इस अवधि में असमानता 25% की दर से बढ़ी है, जो कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले काफी ज्यादा है।

पढ़ें- हिंदू युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष पर दुष्कर्म का मामला दर्ज, पीड़ि..

पुलिस और आर्मी जवान के बीच हाथापाई