बालोद, छत्तीसगढ़। बालोद के संजारी गांव में रिटायर प्राचार्य के खाते से 10 लाख 84 हजार रूपये पेटीएम के माध्यम से निकाल लिया गया और प्राचार्य को पता भी नहीं चला। पुलिस ने मामले में आरोपी को धर दबोचा है। आरोपी रिटायर प्राचार्य के दिवगंत पुत्र का दोस्त ही निकला, जिसने अलग-अलग समय में खाते से रुपए निकाल लिया था।
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संजारी गांव निवासी रिटायर प्राचार्य के पुत्र का निधन हो गया था। इसी बीच घरेलू कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य के पुत्र का मित्र मदद के नाम से शिक्षक से मिला और उन्हें अपने भरोसे में ले लिया। प्राचार्य ने भी उस पर भरोसा करते हुए अपना एटीएम और पासवर्ड उसे पैसा निकाल कर लाने के लिए दे दिया। बैंक एकाउंट देख आरोपी की नियत खराब हो गई और उसे हड़कपने का प्लानिंग कर लिया। आरोपी ने प्राचार्य के ही मोबाइल नम्बर के आधार पर अपना पेटीएम खाता खोलकर उसने अपने खाते से लिंक कर लिया।
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उसके बाद वह रकम अपने खाते मे ट्रांसफर कर लेता था और ओटीपी को डिलीट कर माबाइल लौटा देता था। उसके इस चाल को प्राचार्य नहीं समझ पाए और धीरे धीरे करीब तीन माह के भीतर आरोपी ने 10 लाख 84 हजार रूपये उसके खाते से निकाल लिया। तीन माह बाद प्राचार्य को यह जानकारी हुई कि उसके खाते से रकम निकाल लिया गया है। उसने इसकी जानकारी डौण्डीलोहारा थाने में दी। पुलिस ने पूरे मामले को अपनी विवेचना के दायरे मे ले लिया। पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो आरोपी नितेश यादव का चेहरा सामने आ गया।
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