कोलंबो: उलेमा ने मुस्लिम महिलाओं के लिए निर्देश जारी करते हुए कहा है कि कहा है कि जब तक सरकार चेहरा ढकने की फिर से इजाजात नहीं दे देती तब तक बुर्का के उपयोग से परहेज करें। दरअसल बीते साल श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद मुस्लिम महिलाओं पर नकाब के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
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लंका के सबसे बड़े मुस्लिम संगठन ऑल सिलॉन जमीयत-उल-उलेमा के प्रवक्ता फाजलि फारूक ने कहा कि उलेमा को डर है कि मुस्लिम समुदाय को दोबारा हिंसा का निशाना बनाया जा रहा है। इस लिहाज से मुस्लिम महिलाओं को नकाब डालने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने पहले भी यह नहीं किया था और हम उनसे फिर कह रहे हैं कि वे नकाब न डालें। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाएं बिना नकाब के घरों से ही नहीं निकल रही हैं, क्योंकि उन्हें चेहरा ढकने की आदत है।
गौरतलब है कि बीते साल श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर 3 होटलों और गिरजाघरों में सिरीयल बम धमाके हुए थे। इस बम धमाके को लेकर दो मुस्लिम समुदाय का नाम सामने आया था। इसके बाद से सरकार ने आपातकालीन कानून का इस्तेमाल करते हुए यहां की मुस्लिम महिलाओं के चेहरा ढकने पर रोक लगा दी थी।