पटना: एनआरसी और सीएए को लेकर जहां एक ओर देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन का दौर लगातार जारी है, वहीं दूसरी ओर बिहार विधानसभा में भारी हंगामे के बीच बिहार में एनआरसी लागू नहीं करने का प्रस्ताव पास किया है। इस दौरान सदन में एनपीआर को 2010 के प्रारूप के अनुसार लागू किए जाने का प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने केंद्र को एनपीआर के कुछ नियमों में संशोधन के लिए पत्र भी लिखा है।
बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने के प्रस्ताव पर सदन में मुहर लगने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार की जनता को बधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि एनआरसी/एनपीआर पर एक इंच भी नहीं हिलने वाली बीजेपी को आज हमने 1000 किलोमीटर हिला दिया। बीजेपी वाले माथा पकड़े टुकुर-टुकुर देखते रह गए। संविधान मानने वाले हम लोग सीएए भी लागू नहीं होने देंगे।
Bihar assembly passes resolution to not implement the National Register of Citizens (NRC) in the state. The assembly also passed a resolution to implement the National Population Register (NPR) in its 2010 form, with an amendment. pic.twitter.com/OQMiHFbZBB
— ANI (@ANI) February 25, 2020
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इस प्रस्ताव को सदन में पेश किए जाने के बाद जोरदार हंगामा हुआ। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जोरदार बहस हुई। सदन की कार्यवाही के दौरान प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ‘काला कानून’ बताया था जिसपर सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक और हंगामा हुआ, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। बताया गया कि सदन में ही बहस के बीच में राष्ट्रीय जनता दल के विधायक भाई वीरेंद्र और मंत्री प्रमोद कुमार के बीच हाथापाई की भी स्थिति पैदा हो गई थी।