नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच भारत सहित दुनिया के कई देशों को भारी नुकसान हुआ है। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को बाजार में तरलता सुनिश्चित करने के लिए टीएलटीआरओ के तहत 25,000 करोड़ रुपए निवेश करने का ऐलान किया है। आरबीआई ने बताया कि नकदी टार्गेटेड लांग टर्म रेपो ऑपरेशन (टीएलटीआरओ) के चौथे चरण के जरिए डाली जाएगी।
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इस संबंध में आरबीआई ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय बैंक ने 27 मार्च को टीएलटीआरओ की घोषणा की थी और अब तक 75,000 करोड़ रुपए तीन किश्तों में बैंक की ओर से सिस्टम में डाली जा चुकी हैं। तीसरी किश्त 25 हजार करोड़ रुपए बैंकों में सात अप्रैल को डाल दिया गया है। टीएलटीआरओ की इस किश्त के तहत मिलने वाली धनराशि को संचालन की तारीख से 30 कार्य दिवसों के भीतर भेजना होगा।
So far, TLTROs for Rs. 75,000 crores have been conducted in three tranches. It has now been decided to conduct the next TLTRO operation for Rs. 25,000 crores: Reserve Bank of India https://t.co/K4R3xrwA3r
— ANI (@ANI) April 15, 2020
बता दें कि, रिजर्व बैंकने सोमवार को बैंको को आगाह था कि वे दीर्घकालीन रेपो अभियान (टीएलटीआरओ) के तहत जुटाये गये फंड का 50 प्रतिशत एक महीने के भीतर कंपनियों के बॉन्ड में निवेश करने में विफल रहते हैं तो उन्हें दंड स्वरूप 2 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज देना होगा। शीर्ष बैंक ने 27 मार्च को टीएलटीआरओ की घोषणा की थी। इसका मकसद कॉरपोरट बॉन्ड बाजार में पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करना है। केंद्रीय बैंक बैंकिंग प्रणाली को दीर्घकालिक नकदी उपलब्ध कराने के लिए तब से अबतक तीन बार एलटीआरओ के तहत बॉन्ड खरीद के लिए नीलामी का आयोजन कर चुका है।