नईदिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने म्यूचुअल फंडों पर नकदी के दबाव को कम करने के लिए बड़ा फैसला लिया है, RBI ने म्यूचुअल फंड के लिए 50 हजार करोड़ के विशेष नकदी सुविधा का ऐलान किया है, इसके तहत बैंक 90 दिन का फंड भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो विंडो से ले सकते हैं और इसका इस्तेमाल सिर्फ म्यूचुअल फंड को कर्ज देने या उनके पास मौजूद कॉरपोरेट पेपर खरीदने में कर सकते हैं। RBI की यह सुविधा 27 अप्रैल से 11 मई तक जारी रहेगी।
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गौरतलब है कि पिछले हफ्ते फ्रैंकलिन टेंपलटन फंड हाउस ने अपने 6 डेट स्कीम बंद कर दिए थे, जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों का पैसा फंस गया, कोरोना वायरस संकट की वजह से इस फंड हाउस को नकदी की समस्या का सामना करना पड़ा। फ्रैंकलिन टेंपलटन के इस फैसले की वजह से निवेशकों के करीब 28 से 30 हजार करोड़ रुपये अटक गए हैं।
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इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का बयान आया था, चिदंबरम ने 2008 की मंदी के दौरान इसी तरह के संकट का जिक्र किया, इसके साथ ही बताया है कि तब की यूपीए सरकार ने कैसे इस मामले को संभाला था। पूर्व पी. चिदंबरम ने कहा कि मैंने दो दिन पहले ही चिंता जताई थी, हमारी फिक्र पर आरबीआई ने ध्यान दिया और यह फैसला लिया।
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