चैत्र नवरात्रि के पहले दिन टेंट से निकलेंगे रामलला, 1992 के बाद पहली बार बुलेट प्रूफ मंदिर में होंगे विराजमान | Ramlala will come out of the tent on the first day of Chaitra Navratri, for the first time since 1992, will be enshrined in the bullet proof temple

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन टेंट से निकलेंगे रामलला, 1992 के बाद पहली बार बुलेट प्रूफ मंदिर में होंगे विराजमान

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन टेंट से निकलेंगे रामलला, 1992 के बाद पहली बार बुलेट प्रूफ मंदिर में होंगे विराजमान

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 PM IST
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Published Date: March 15, 2020 11:57 am IST

अयोध्या। रामलला चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी 25 मार्च को फाइबर के अस्थाई मंदिर में शिफ्ट हो जाएंगे। इसके लिए कोलकाता में तैयार बुलेट प्रूफ मंदिर अयोध्या पहुंच गया है। यह मंदिर 21×15 का है। इस अस्थाई मंदिर को राम जन्मभूमि परिसर में एक चबूतरे पर स्थापित किया जाएगा। मंदिर के हिस्सों को अलग-अलग कर इसे अयोध्या पहुंचाया गया है। इन हिस्सों को जोड़कर मंदिर बनेगा।

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यह अस्थाई मंदिर फाइबर का है और बुलेट प्रूफ शीशे से घिरा हुआ है, 25 मार्च को चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सुबह में अपने भाइयों संग रामलला टेंट से निकलकर इस मंदिर में विराजेंगे। इस मंदिर को गर्मी, बरसात और सर्दी के मौसम को ध्यान में रखकर बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी 25 मार्च को अयोध्या में मौजूद होंगे। सीएम योगी भी रामलला को अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किए जाने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

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बता दें कि यहां 25 मार्च से 2 अप्रैल यानी राम नवमी तक राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मेले का आयोजन होगा। पूजा-अर्चना की विशेष व्यवस्था रहेगी। हालांकि, रामलला की सुरक्षा व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं होगा। राम मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक भक्त रामलला का दर्शन 25 फुट की दूरी से कर सकेंगे। रामलला 1992 के बाद पहली बार टेंट से निकलकर मंदिर में शिफ्ट होंगे।

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