राहुल द्रविड़ और डॉक्टर विजेता की दोस्ती धीरे से प्यार में बदल गई, जानिए 'लव' को 'अरेंज मैरिज' में बदलने वाली प्रेम कहानी | Rahul Dravid and Doctor Winner's friendship slowly turned into love, know the love story that changed 'Love' into 'Orange Marriage

राहुल द्रविड़ और डॉक्टर विजेता की दोस्ती धीरे से प्यार में बदल गई, जानिए ‘लव’ को ‘अरेंज मैरिज’ में बदलने वाली प्रेम कहानी

राहुल द्रविड़ और डॉक्टर विजेता की दोस्ती धीरे से प्यार में बदल गई, जानिए 'लव' को 'अरेंज मैरिज' में बदलने वाली प्रेम कहानी

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 PM IST
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Published Date: April 25, 2020 2:48 pm IST

नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के क्रिकेट में किस प्रकार के जलवे बिखेरे हैं यह सभी जानते है लेकिेन उनकी प्रेम कहानी के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। राहुल द्रविड की पर्सनल लाइफ, उनकी प्रेम कहानी के बारे में हम आपको बताते हैं कि आखिर डॉक्टर विजेता पेंढारकर और राहुल द्रविड़ की प्रेम कहानी की शुरूआत कैसे और कब हुई।

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बता दें कि विजेता के पिता इंडियन एयरफोर्स में विंग कमांडर थे, जिसकी वजह से उनका तबादला देश के अलग-अलग शहरों में होता रहता था, अलग-अलग शहरों में पोस्टिंग की वजह से विजेता के पापा की पोस्टिंग साल 1968-1971 बैंगलोर में रही, उसी दौरान विजेता का परिवार राहुल द्रविड़ के परिवार के संपर्क में आया। उन सालों में राहुल द्रविड़ और विजेता के पिता काफी अच्छे दोस्त बन गए थे, दोनों के पिता के साथ-साथ दोनों का परिवार भी एक-दूसरे के काफी करीब आ चुका था।

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इसी दौरान धीरे-धीरे राहुल द्रविड़ और विजेता की दोस्ती भी बढ़ने लगी और फिर दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। राहुल और विजेता दोनों ही मराठी परिवार से थे तो उनके रिश्ते को मंजूरी देने में किसी को कोई परेशानी भी नहीं हुई। फिर क्या था दोनों परिवारों ने विजेता और राहुल की शादी साल 2002 में तय कर दी।

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इसके अगले साल यानि साल 2003 में राहुल को वर्ल्ड कप दौरे पर जाना था जिसके लिए उनकी बहुत सी तैयारियां बाकी थी। ऐसे में दोनों के परिवार वालों ने शादी के लिए इंतजार करना ही ठीक समझा, ताकि राहुल अपना पूरा ध्यान अपने खेल पर दे सकें, लेकिन विश्व कप से पहले राहुल और विजेता की सगाई कर दी गई, विजेता सगाई के बाद राहुल को वर्ल्ड कप में चीयर करने के लिए दक्षिण अफ्रीका भी गई थीं।

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फिर वर्ल्ड कप दौरे से वापस आकर 4 मई 2003 को बैंगलोर में पारंपरिक रीति-रिवीज़ों के साथ दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए। एक तरह से राहुल और विजेता की शादी लव और अरेंज मैरिज का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है।