रायपुर। कोरोना संक्रमित शव के अंतिम संस्कार को लेकर के रायपुर के एक निजी अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोटा स्थित इस निजी अस्पताल ने एक कोरोना संक्रमित शव को बिना किसी वैधानिक कार्रवाई के अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। सुरक्षा इंतजामों के बगैर भेजी गई कोरोना संक्रमित बॉडी का दाह संस्कार करने से नगर निगम के कर्मचारियों ने मना कर दिया, इस मामले में पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर अस्पताल वालों ने श्मशान घाट से शव को वापस बुलाया और फिर डेथ बॉडी बैग में लपेट कर शव अंतिम संस्कार के लिए भेजा।
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निजी अस्पताल के इस कारनामे से परिजन करीब 10 घंटे तक परेशान होते रहे। शासन प्रशासन के हस्तक्षेप के बावजूद भी शव के अंतिम संस्कार में 10 घंटे से ज्यादा समय लग गया। रायपुर सीएमएचओ डॉ मीरा बघेल, ने इसे निजी अस्पताल की बड़ी लापरवाही बताया है। उनका कहना है कि अस्पताल के इस रवैया से कोरोना का संक्रमण फैल सकता है। उनका यह भी कहना है कि अगर उन्हें शिकायत मिलती है तो वे मामले की जांच करवाएंगी।
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परिजनों ने निजी अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, आरोप के अनुसार मृतक को 15 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।अस्पताल ने बताया कि उन्हें दिल का दौरा आया है। करीब 8 घंटे इलाज के बाद व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया। इलाज के नाम पर उनसे लगभग 60 हजार रु वसूले गए। देर रात उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव बताई गई, अंतिम संस्कार के नाम पर उनसे रकम भी वसूली गई। लेकिन सुबह जब अंतिम संस्कार के लिए शव भेजा गया तो कंबल में लपेट कर भेज दिया गया। उनकी इस लापरवाही के कारण अंतिम संस्कार में करीब 10 घंटे की देरी हुई।