सरगुजा: जिले के कुन्नी चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक ने अपने ही विभाग के अधिकारी पर रुपए लेकर हिरासत में लिए गए आरोपियों को बरी करने का आरोप लगाया है। उधर, एसपी ने पूरे मामले में 3 सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी है।
रो-रोकर अपने ही विभाग के SDOP पर आरोप लगा रहे ये हैं सरगुजा जिले के कुन्नी चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी। जिनका आरोप है कि दो दिन पहले थाना परिसर में उनकी कार और एक आरक्षक की बाइक आगजनी का शिकार हुई। इस मामले में उन्होंने 5 लोगों को हिरासत में लिया था। जिसे SDOP चंचल तिवारी ने रिहा कर दिया।
आपको बता दें कुन्नी चौके के प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी का गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हुआ था। विवाद के दो दिन बाद हेड कॉन्सटेबल की कार आगजनी का शिकार हो गई। इसी मामले में प्रधान आरक्षक ने 5 लोगों को हिरासत में लिया था। जिसे SDOP ने सबूत के अभाव में बरी कर दिया है। अब इस पूरे मामले की जांच के लिए SP ने 3 सदस्यीय दल का गठन कर दिया है।
पुलिस के अधिकारी सबूतों के अभाव में संदेहियों को बरी करने की बात कह रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि जांच में ऊंट किस करवट बैठता है।
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