बीजापुर, छत्तीसगढ़। करीब डेढ़ हफ्ते के भीतर ही बस्तर की छाती एक बार फिर लहूलुहान हो गई है। बीजापुर जिले के तर्रेम इलाके के जोन्नागुड़ा में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए। वहीं 37 जवान घायल हो गए। तीन नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है, एक महिला नक्सली का शव भी बरामद हुआ है। आज शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
My thoughts are with the families of those martyred while fighting Maoists in Chhattisgarh. The sacrifices of the brave martyrs will never be forgotten. May the injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 3, 2021
दरअसल, STF, DRG, CRPF और कोबरा बटालियन के करीब 1500 से 2000 जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे। सुबह करीब 9 बजे ये मुठभेड़ शुरू हुई थी। करीब दो किलोमीटर के दायरे में 5 घंटे तक गोलीबारी होती रही। IG के मुताबिक कई घायल नक्सलियों को दो ट्रैक्टर में लेकर नक्सली वहां से भागे। नक्सलियों के बटालियन कमांडर हिड़मा की टीम के साथ सुरक्षा बलों की जमकर मुठभेड़ हुई। दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई। जिसमें 5 जवान शहीद हो गए।
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इस सनसनीखेज वारदात की सूचना मिलते ही रायपुर स्थित पुलिस हेडक्वार्टर में DGP डीएम अवस्थी ने हाईलेवल मीटिंग ली। वहीं घटनास्थल के लिए 9 एंबुलेंस और दो MI-17 हेलिकाप्टर भेजे गए। 21 घायल जवानों को बीजापुर के जिला अस्पताल लाया गया है, वहीं 7 अन्य घायल जवानों को एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया गया है। रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती घायल जवानों से मिलने के लिए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पहुंचे। उन्होंने कहा कि लगातार फोर्स का दबाव बढ़ने से नक्सली बौखला गए हैं।
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नक्सली हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दुख जताया। साथ ही उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजनों के साथ संवेदना है और सुरक्षाबलों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
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पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए राज्य सरकार पर नक्सलियों के खिलाफ कोई ठोस रणनीति नहीं होने का आरोप लगाया। सिर्फ डेढ़ हफ्ते के भीतर नक्सलियों ने दूसरी बड़ी वारदात की है। जवानों के खून से हाथ रंगने वाले लाल आतंकियों के सफाये के लिए ठोस कदम उठाने की जरुरत है।